उत्तर बंगाल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के महासचिव सुरजीत पाल ने श्रीमती दास के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक चिट्ठी लिखी है. यह जानकारी श्री पाल ने दी. वह यहां मंगलवार को सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि प्राइमरी स्कूल काउंसिल की चेयरमैन कल्याणी पोद्दार दास के खिलाफ सरकार ग्रुप ऑफ इंस्ट्रीज के मालिक अरिंदम सरकार ने 31 अगस्त को ही माथाभांगा थाने में शिकायत दर्ज करायी है.
उन्होंने अपनी शिकायत में कहा है कि कल्याणी पोद्दार दास भूराजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ आयी और उनके भवन का नाम-जोख करने लगी. इसी भवन में श्री सरकार की एक दुकान भी है. आरोप है कि जब श्रीमती दास से इस बारे में बातचीत की कोशिश की गई तो उन्होंने गाली-गलौज की और देख लेने की धमकी दी. उसके बाद ही माथाभांगा थाने में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी गई. शिकायत दर्ज कराने के बाद भी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसके बाद अरिंदम सरकार ने 4 सितंबर को माथाभांगा थाने में ही एक और शिकायत कल्याणी पोद्दार दास के खिलाफ की. इसमें भी धमकी देने का आरोप लगाया गया है.
श्री पाल ने कहा कि थाने में लगातार शिकायत दर्ज कराये जाने के बाद भी पुलिस प्राइमरी स्कूल काउंसिल की चेयरमैन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. वह अभी तक कानून की पकड़ से दूर है. पुलिस कार्रवाई नहीं होने की वजह से न केवल उत्तर बंगाल के कारोबारी डर रहे हैं, बल्कि उनके मन में आक्रोश भी है. सरकार ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज उत्तर बंगाल में एक जाना-माना औद्योगिक घराना है. करीब नौ कंपनियां यह ग्रुप चला रही है. पिछले साल इस कंपनी ने करीब 15 करोड़ रुपये का सरकारी टैक्स दिया है.
इसमें राज्य सरकार के साथ-साथ केन्द्र सरकार का टैक्स भी शामिल है. साल में सरकार को करीब 15 करोड़ रुपये टैक्स के रूप में अदा करने वाली कंपनी के मालिक को प्राइमरी स्कूल काउंसिल की चेयरमैन धमकी देती है और उसके बाद भी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती. स्वाभाविक रूप से आम कारोबारियों में आतंक है. श्री पाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चिट्ठी लिखकर उन्होंने इंसाफ की गुहार लगायी है.