मंत्री तथा पार्टी के दार्जिलिंग जिला अध्यक्ष इस कमिटी की घोषणा करने वाले थे. 26 अगस्त तो दूर 3 सितंबर गुजरने के बाद भी जिला कमिटी की घोषणा नहीं की गयी है. पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अंदरूनी विवाद को लेकर ही जिला कमिटी की घोषणा में देरी हो रही है. माना जा रहा है कि जिले के कुछ हेवीवेट नेताओं की कमिटी से छुट्टी तय है.यहलोग कहीं विद्रोह ना कर दें,इसलिए इसमें देरी की जा रही है.
उल्लेखनीय है कि सिलीगुड़ी में लगातार तीन चुनाव में हार के बाद पार्टी को शक्तिशाली बनाने का कड़ा निर्देश मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने दिया है. बीते विधानसभा चुनाव से कुछ ही पहले ममता बनर्जी ने जिला तृणमूल की कमान गौतम देव के हाथों से लेकर सिलीगुड़ी नगर निगम के 20 नंबर वार्ड पार्षद रंजन सरकार उर्फ राणा को सौंप दी. विधानसभा चुनाव में इससे कुछ फायदा नहीं हुआ. सिलीगुड़ी विधानसभा में माकपा के अशोक भट्टाचार्य से हारने के बाद तृणमूल उम्मीदवार बाईचुंग भुटिया ने कइ जिला नेताओं के खिलाफ रिपोर्ट तैयार कर ममता बनर्जी को सौंपा था. इसके बाद तृणमूल सुप्रीमो ने दार्जिलिंग जिला कमिटी को भंग कर दिया. बाद में फिर से जिला तृणमूल की बागडोर गौतम देव के हाथों सौंप दिया.