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तस्करों ने गांजा तस्करी के लिए ट्रेनों को किया टारगेट
कामरूप एक्सप्रेस से गांजा की बड़ी खेप मिलने से रेल प्रशासन की उड़ी नींद ट्रेन के शौचालय की पानी टंकी में छुपाकर रखा गया था एक सौ किलो मणिपुरी गांजा सिलीगुड़ी : बस-ट्रेनों में बोरियों, कारों की डिक्की या सीट के नीचे या फिर तेल टैंकरों के चैंबरों में छुपाकर गांजा तस्करी करने का दौर […]
कामरूप एक्सप्रेस से गांजा की बड़ी खेप मिलने से रेल प्रशासन की उड़ी नींद
ट्रेन के शौचालय की पानी टंकी में छुपाकर रखा गया था एक सौ किलो मणिपुरी गांजा
सिलीगुड़ी : बस-ट्रेनों में बोरियों, कारों की डिक्की या सीट के नीचे या फिर तेल टैंकरों के चैंबरों में छुपाकर गांजा तस्करी करने का दौर पुरानी बात हो गयी है. अब तस्करों ने तस्करी के लिए ट्रेनों को टारगेट बना लिया है और ट्रेनों के शौचालय के पानी टंकी में बड़े ही शातिर तरीके से गांजों के पैकेटों को छुपाकर रेल प्रशासन को ठेंगा दिखाकर बड़ी आराम से तस्करी को अंजाम दे रहे हैं. तस्कर गिरोह ट्रेनों के मारफत असम, उत्तर बंगाल के रास्ते देश के अन्य राज्यों के अलावा पड़ोसी देशों नेपाल, बांग्लादेश, भूटान व सिक्किम में भी धड़ल्ले से गांजा तस्करी कर रहे हैं.
सूत्रों की मानें तो गांजा तस्करी के इस खेल में तस्कर गिरोह के साथ रेलवे कर्मचारियों के सांठ-गांठ की भी संभावना है. अन्यथा तस्करों की इतनी हिम्मत नहीं कि ट्रेनों के पानीटंकी में छुपाकर गांजों की तस्करी कर सकें. इस तरह गांजा तस्करी करने का सनसनीखेज खुलासा किया है न्यू जलपाईगुड़ी (एनजेपी) जंक्शन के रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवानों ने. बीती रात को एनजेपी के आरपीएफ को मिली खुफिया सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर विप्लव मजुमदार के अगुवायी में आरपीएफ के जवानों ने जीआरपी के सहयोग से डिब्रुगढ़-हावड़ा कामरूप एक्सप्रेस ट्रेन में मुहिम चलायी .
जैसे ही ट्रेन रात करीब आठ बजे एनजेपी स्टेशन के तीन नंबर प्लेटफार्म पर पहुंची, जवानों ने ट्रेन के पांच नंबर स्लीपर कोच को घेर लिया. शौचालय के पानीटंकी को खंगालना शुरू किया. टंकी में पानी की जगह गांजा होने के खुलासे के बाद ही रेल प्रशासन की नींद उड़ गयी. पानीटंकी को कड़ी मशक्कत के बाद शौचालय से बाहर निकालकर प्लेटफॉर्म पर उतारा गया. कामरूप ट्रेन भी देरी से एनजेपी से रवाना हुई. टंकी को इलेक्ट्रॉनिक कटर से काटा गया और भीतर से गांजा की बड़ी खेप को निकाला गया.
गांजों के पैकेटों को बड़े ही शातिर तरीके से सोनाली रंग के रैपर पेपर से छुपाकर रखा गया था. मुहिम के दौरान एनजेपी स्टेशन पर करीब घंटे भर के लिये यात्रियों में खलबली मच गयी. खासकर कामरूप ट्रेन के यात्री काफी डरे-सहमे दिखायी दिये. इस बाबत आरपीएफ के सीनियर डिप्टी सिक्युरिटी कमिश्नर (कटिहार, डिविजन) मोहम्मद साकिब से उनके मोबाइल फोन पर संपर्क करने की काफी कोशिश की गयी, लेकिन संपर्क नहीं हो सका.
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