सिलीगुड़ी: एक स्कूल बस के टकरा जाने से करीब दो दर्जन बच्चे घायल हो गये हैं. इनमें से छह की हालत गंभीर है. राहत की बात यह है कि एक बड़ा हादसा टल गया. घटना मंगलवार की सुबह करीब नौ बजे सिलीगुड़ी के निकट प्रधाननगर थाना के अधीन देवीडांगा इलाके में घटी. पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मिलनमोड़ के कराइबाड़ी स्थित लिंकन्स स्कूल की बस बच्चों को लेकर स्कूल जा रही थी.
देवीडांगा पेट्रोल पंप के निकट पहले से ही सीमेंट लदे ट्रक से बस टकरा गई. चालक सहित अन्य बच्चे बाल-बाल बच गये. हालांकि इस घटना में करीब दो दर्जन बच्चे घायल हो गये हैं. इनमें तीन शिक्षिकाएं भी शामिल हैं. सभी बच्चों को तत्काल ही सिलीगुड़ी सदर अस्पताल में भरती कराया गया.
सूचना मिलते ही राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव भी सिलीगुड़ी सदर अस्पताल पहुंचे. उन्होंने घायल बच्चों से मुलाकात की. उन्होंने अस्पताल के डॉक्टरों से भी बातचीत की और सभी आवश्यक चिकित्सा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. इसके साथ ही मंत्री गौतम देव ने स्कूल बसों की एमभीआइ से जांच कराने का निर्देश दिया है. बच्चों से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए श्री देव ने कहा कि स्कूल बसों को लेकर कई प्रकार की शिकायतें मिलती रही है. बसों के फिटनेस आदि की जांच करायी जायेगी. शीघ्र ही वह एमभीआइ को जांच के लिए कहेंगे.
इधर, डॉक्टरों का कहना है कि सभी बच्चे सुरक्षित हैं. हालांकि कुछ बच्चों को गंभीर चोटें आयी हैं लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है. प्रधाननगर थाना की पुलिस भी मौके पर पहुंची और बस को अपने कब्जे में ले लिया है. अस्पताल में बच्चों से मिलने के लिए सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर पार्षद शंकर घोष भी गये. सिलीगुड़ी सदर अस्पताल में कुल 20 बच्चे भरती कराये गये थे. इनमें से प्राथमिक चिकित्सा के बाद 14 बच्चों को छुट्टी दे दी गई है. छह बच्चे अभी भी अस्पताल में भरती हैं. इन बच्चों के नाम अंजलि राय, लिपू यादव, अभिषेक उपाध्याय, हेमंत ठाकुर, अभिषेक श्रीवानिया तथा रूबीना सांबा है. सभी के जबड़े में चोट है. इनमें से अभिषेक उपाध्याय के जबड़े में दो टांके लगाये गये हैं. इसी स्कूल बस में तीन शिक्षिका सुष्मा कुंडू, शिल्पी उपाध्याय तथा पूजा गुप्ता भी सवार थीं. इन तीनों को भी चोटें आयी हैं. प्राथमिक चिकित्सा के बाद इन्हें भी छुट्टी दे दी गई है.
प्रत्यक्षदर्शियों से मिली जानकारी के अनुसार, पेट्रोल पंप के निकट ट्रक पहले से ही खड़ा था. उस पर सीमेंट भी लदे हुए थे. जबकि बस सिलीगुड़ी से तेज रफ्तार के साथ मिलनमोड़ की ओर जा रही थी. उसी समय सामने से आ रही एक ऑटो को बचाने के चक्कर में चालक ने बस पर से अपना नियंत्रण खो दिया और बस सीमेंट लदे ट्रक से टकरा गई. स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि इस इलाके में पिछले कुछ वर्षों के दौरान कई स्कूल बन गये हैं. इन लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकांश स्कूल बसों की स्पीड काफी अधिक होती है. हर हमेशा ही दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. आज भी बस की स्पीड अधिक होने की वजह से ही यह दुर्घटना घटी है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.घायल बच्चों से मिलने के लिए तृणमूल नेता तथा जिला परिवहन बोर्ड के सदस्य मदन भट्टाचार्य भी गए.
इधर, स्कूल प्रबंधन की ओर से कृष्णा छेत्री ने बताया है कि ड्राइवर की सूझबूझ से ही एक बड़ा हादसा टला है. स्कूल बस का ड्राइवर काफी अनुभवी है. तत्काल ब्रेक लगाने की वजह से ही ट्रक के साथ बड़ी टक्कर नहीं हुई.