जिला स्वास्थ्य विभाग ने नर्सिंग होमों में नोटिस लगाने का दिया निर्देश
जलपाईगुड़ी : स्वास्थ्य साथी योजना के तहत मरीजों की परेशानी की रोकथाम के लिए जिले के रजिस्टर्ड नर्सिंगहोमों को जिला स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी दी. उन्हें परिसेवा संबंधी सीटीजन चार्टर्ड या नोटिस बोर्ड लगाने का कड़ा निर्देश दिया गया है. मरीज को सही जानकारी देने के बजाय स्वास्थ्य साथी में इलाज नहीं होगा यह कहकर लौटाये नहीं जाये.
नर्सिंगहोम के नोटिसबोर्ड पर ये बताना होगा कि वहां क्या क्या इलाज मिल सकते हैं. मंगलवार जिलाशासक के कार्यालय में सरकारी अस्पताल व नर्सिंगहोम के रोगी सहायकों के प्रशिक्षण के दौरान जिला उप मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रूद्र कुमार ईश्वरारी ने कड़ा निर्देश दिया.
जिले में स्वास्थ्य साथी योजना के तहत जो भी सरकारी अस्पताल व नर्सिंगहोम रजिस्टर्ड है उनके रोगी सहायकों को प्रशिक्षण के लिए जिला प्रशासन के स्वास्थ्य विभाग में बुलाया गया था. सिलीगुड़ी संलग्न एवं जिले के लगभग 10 नर्सिंगहोम व सरकारी अस्पताल के रोगी सहायक प्रशिक्षण में शामिल हुये. स्वास्थ्य साथी योजना में रोगियों को कहां कैसे इलाज की सुविधा मिलेगी इसबारे में मदद करने के लिए रोगी सहायकों को नियुक्त किया गया है.
डॉ. ईश्वरारी ने बताया कि डेढ़ लाख रुपये को बढ़ाकर पांच लाख रुपया किया गया है. लेकिन जिला प्रशासन ने भी चिकित्सा सुविधा नहीं मिलने की शिकायत कर रहा है. उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से कौन नर्सिंगहोम या अस्पताल किस कैटगरी में है यह पहले ही स्पस्ट कर दिया गया है.
फिर भी अकारण लोगों को गलत जगह भेज दिया जाता है. इसके लिए नर्सिंगहोम में फ्लेक्स या नोटिस बोर्ड के जरिए तमाम सूचना देने का निर्देश दिया गया है. जिला प्रशासन के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सुचेतन दास ने बताया कि मरीज को उचित परिसेवा मिल सके यह देखना रोगी सहायक की जिम्मेदारी है. उन्होंने रोगी सहायकों को मरीज व परिजनों से आत्मीयता के साथ बर्ताव करने के लिए प्रेरित किया.