21.7 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

हाथियों के झुंड ने किया 200 बीघे में लगी फसल को बर्बाद

नागराकाटा : हाथी ने करीब 200 बीघे में लगी फसल को मंगलवार की रात बर्बाद कर दिया. घटना नागराकाटा ब्लॉक स्थित लुकसान चाय बागान निकट के झगडू लाईन की है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीती रात को 40 से 50 हाथियों का एक झुंड डायना जंगल से होते हुए लुकसान चाय बागान से […]

नागराकाटा : हाथी ने करीब 200 बीघे में लगी फसल को मंगलवार की रात बर्बाद कर दिया. घटना नागराकाटा ब्लॉक स्थित लुकसान चाय बागान निकट के झगडू लाईन की है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीती रात को 40 से 50 हाथियों का एक झुंड डायना जंगल से होते हुए लुकसान चाय बागान से झगडु लाईन कूची डायना स्थित धान के खेत में पहुंचा.

200 बीघे में लगे धान को तहस-नहस कर दिया गया है. किसान काफी दुखी और आतंकित है. स्थानीय लोगों ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि हाथी गांव में प्रवेश करने की सूचना देने के बाद भी वन विभाग की ओर से कोई नहीं आया. इसके कारण वन विभाग के प्रति लोगों का आक्रोश बढ़ने लगा है.
स्थानीय निवासी बद्री छेत्री और लुंबा उरांव ने बताया हाथी के उत्पात से हम सब भयभीत और आतंकित है. आये दिन हाथी हमें तबाह करता रहता है. कल रात तो हाथियों के दो झंड कूची डायना क्षेत्र में प्रवेश कर कई बीघे में लगी खेती नष्ट कर दी. प्रत्येक झुंड में 50 से 60 हाथियों की संख्या थी.
उल्लेखनीय है कि झगडू लाइन और भारत भूटान सीमांत स्थित लुकसान 9 नंबर लाइन मिलाकर कुल 200 बीघे से अधिक धान की खेती होती है जो पूरी तरह नष्ट कर दी गयी है. किसानों का कहना है कि सूचना पाकर अगर वन विभाग के लोग समय पर पहुंच जाते हैं तो इतनी तबाही नहीं होती.
डायना रेंज के रेंजर शुभेंदु दास ने बताया कि हाथियों की गतिविधि पर वन विभाग की नजर है. हाथी की चौकीदारी करने के लिए किसानों को लाइट प्रदान किया जाएगा. धान खेती का निरीक्षण करने के लिए बिट अफिसर को भेजा गया है. सभी को सरकारी नियम के अनुसार क्षतिपूर्ति दी जायेगी. हाथियों के आक्रमण को रोकने के लिए वन विभाग हर संभव प्रयास कर रहा है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें