मयनागुड़ी : गोरूमारा राष्ट्रीय उद्यान में छह महीनों में तीन गैंडा शावकों का जन्म हुआ है. इन नवजात गैंडों के आगमन से वन विभाग के कर्मी बेहद उत्साहित हैं. गोरूमारा में गैंडो की सुरक्षा के लिए दिन-रात विशेष निगरानी की जा रही है. इन नये मेहमानों ने गोरूमारा में गैंडो की संख्या बढ़ाकर 55 कर दी है.
वन्यप्राणियों के तस्करों और अवैध शिकारियों के उत्पात के बावजूद गैंडों की बढ़ती संख्या ने वन विभाग में उत्साह बढ़ा दिया है. चार साल बाद, 12-13 फरवरी, 2019 को गोरूमारा में गैंडो की गिनती की गयी थी. बीते मई महीने में आयी गणना रिपोर्ट के अनुसार गोरूमारा में गैंडों की संख्या 52 बतायी गयी थी. अब यह संख्या बढ़कर 55 हो गयी है. वन विभाग सूत्रों से पता चला है कि फरवरी महीने के बाद गोरूमारा में तीन गैंडा शावकों का जन्म हुआ है. तीनों शावक बिल्कुल स्वस्थ व सामान्य हैं. इसके अलावा कई मादा गैंडा गर्भवती भी हैं.
गोरूमारा वाइल्डलाइफ की डीएफओ निशा गोस्वामी ने बताया कि शावकों व गर्भवती गैंडों के लिए विशेष सुरक्षा इंतजाम किये गये हैं. जंगल में कई बार संगिनी के लिए नर गैंडो में लड़ाई हो जाती है, जिससे उनकी मौत तक हो जाती है. इस लड़ाई में हारकर पिछले साल गोरूमारा छोड़कर दो नर गैंडे बैकुंठपुर जंगल में भाग गये थे. उनमें से एक को अवैध शिकारियों ने निशाना बना लिया था. दूसरे को पकड़कर बंगाल सफारी पार्क में रखा गया है. गैंड शावकों के लिंग का अभी पता नहीं चल पाया है. निशा गोस्वामी ने बताया कि शावक कुछ बड़े हो जायें तो लिंग के आधार पर उनका नामकरण कर दिया जायेगा.