सीआरपीएफ जवान ने सीएम से लगायी गुहार
दो कट्ठा जमीन पर भू-माफिया ने किया कब्जा
काम से रोका,दो लाख रुपये की मांगी रंगदारी
6 महीने बाद मुख्यमंत्री के निर्देश का असर नहीं
पुलिस की नजर हटते की भू-माफिया फिर सक्रिय
सिलीगुड़ी : जहां एक ओर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य भर से माफिया राज खत्म करने पर आतुर हैं, वहीं दूसरी ओर भूमाफिया राज सर चढ़ कर बोल रहा है. इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि राज्य में सत्ताधारी तृणमूल के ही कई नेताओं पर भूमाफिया गिरोह के साथ जुड़े होने का आरोप लग रहा है. अब भूमाफिया का शिकार सीआरपीएफ का एक जवान हुआ है.
जबकि आरोपों के घेरे में तृणमूल कांग्रेस की एक पंचायत प्रधान के पति हैं. परेशान सीआरपीएफ जवान ने मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगायी है. जवान ने जमीन हथियाने का आरोप तृणमूल के कुछ नेताओं पर लगाया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के 156 बटालियन के जवान अखिलेश कुमार झा ने वर्ष 2014 में सिलीगुड़ी से सटे न्यू जलपाईगुड़ी थाना अंतर्गत जलेश्वरी बाजार के जलडुमूर इलाके में दो कट्ठा जमीन अपनी पत्नी के नाम से खरीदी थी. जमीन खरीद कर रजिस्ट्री व सभी कागजाती काम पूरा किया.
रुपया जमा कर उस जमीन पर मकान बनाने के लिए अखिलेश कुमार झा करीब चार वर्ष बाद 2018 में पहुंचे. आरोप है कि इन चार वर्षों में स्थानीय भूमाफिया गिरोह ने इनकी जमीन पर कब्जा जमा लिया था. जमीन छोड़ने की कीमत 2 लाख रुपये मांगी गयी. भूमाफिया की मांग दरकिनार कर जवान ने घर का निर्माण कार्य शुरू कराया. जबकि बदमाशों ने बाउंडरी वाल तक नहीं होने दिया.
बल्कि तीन बार दीवार तोड़ दी गयी. इसके बाद उन्होंने बदमाशों के खिलाफ न्यू जलपाईगुड़ी थाने में शिकायत भी दर्ज करायी. मामले का निपटारा होने तक जमीन पर अदालत ने धारा 144 जारी कर दिया. लेकिन भूमाफिया ने अदालत के निर्देश की अवहेलना कर जमीन पर 6 फीट की दीवार खड़ी कर दी. श्री झा का आरोप है कि शिकायत करने के बाद भी पुलिस ने कार्यवायी नहीं की.
सोमवार को सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट क्लब में पत्रकारों के सामने अपना दुखड़ा रोते हुए सीआरपीएफ जवान अखिलेश झा ने प्रशासन, मुख्यमंत्री व न्यायपालिका से जमीन या फिर मौत की मांग की है. उन्होंने कहा कि पेट काट कर रुपया संजोने के बाद दो कट्ठा जमीन उन्होंने खरीदी. जिस पर घर बनाने का सपना परिवार ने देखा.
लेकिन भूमाफिया ने बीते एक वर्ष से उनका जीना दूभर कर रखा है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि इलाके की स्थानीय तृणमूल पंचायत प्रधान मामुनी राय के पति सकालू राय, शागिर्द अरूण शर्मा व अन्य उनकी जमीन पर अवैध कब्जा कर मोटी रकम की मांग कर रहे हैं. बल्कि तीन बार दीवार तोड़कर घर बनाने में बार-बार बाधा दे रहे हैं. तृणमूल का साया सिर पर होने की वजह से यहां की पुलिस भी उनके खिलाफ कार्यवायी करने को तैयार नहीं है.
यहां बता दें कि जल डुमूर इलाका राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव का विधान सभा क्षेत्र डाबग्राम-फूलबाड़ी के अंतर्गत आता है. करीब छह महीने पहले सिलीगुड़ी मिनी सचिवालय से राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भूमाफिया पर लगाम कसने का निर्देश सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट को दिया था.
निर्देश मिलने के बाद पुलिस हरकत में तो आयी थी लेकिन समय के साथ भूमाफिया वाला चैप्टर फिर से शांत होता गया. पुलिस के नजर हटते ही भूमाफिया फिर से सक्रिय हो गये हैं. पीड़ित सीआरपीएफ जवान अखिलेश कुमार झा ने मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगायी है.