सिलीगुड़ी : भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा को और भी चाक चौबंद बनाने के लिए सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के महानिदेशक डीजी कुमार राजेश चंद्र ने शुक्रवार को विभिन्न सीमा चौकियों का दौरा किया.
उनके साथ एसएसबी उत्तर बंगाल मुख्यालय के आईजी श्रीकुमार बंदोपाध्याय भी थे. शुक्रवार को डीजी सबसे पहले सिलीगुड़ी के निकट आठवीं बटालियन के खपरैल बीओपी पहुंचे. यहां उन्होंने एसएसबी जवानों के साथ बातचीत भी की एवं सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया.
इसके बाद श्री चंद्रा भारत नेपाल सीमा की ओर रवाना हो गए. उन्होंने मानेभंजन तथा मालेधुरा में 36 वीं बटालियन का दौरा किया. वह भारत नेपाल सीमा पर पशुपतिफाठक बीओपी भी गए. उन्होंने वहां तैनात जवानों को सीमा पर कड़ी चौकसी बरतने का भी निर्देश दिया.
इससे पहले उत्तर बंगाल मुख्यालय में श्री चंद्रा ने एक एसएसबी के एक सैनिक सम्मेलन को भी संबोधित किया. इसमें काफी संख्या में एसएसबी अधिकारी एवं जवान उपस्थित थे. इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने अनुशासन पर विशेष बल दिया.
उन्होंने ट्रेनिंग व्यवस्था को और भी उन्नत करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि अनुशासन के साथ विशिष्ट ट्रेनिंग से ही सीमा की कड़ी चौकसी की जा सकती है. उन्होंने एसएसबी जवानों को सीमा पर बसे लोगों के साथ दोस्ताना संपर्क बहाल करने के लिए कहा.
श्री चंद्रा ने कहा कि एसएसबी भारत नेपाल सीमा तथा भारत भूटान सीमा की निगरानी करती है. यह दोनों पड़ोसी देश भारत के मित्र देश हैं. सीमा पर बसे लोगों के साथ मित्रवत व्यवहार बेहद जरूरी है. यह सीमा सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी जरूरी है. श्री चंद्रा इनदिनों उत्तर बंगाल दौरे पर हैं. आज उनके दौरे का दूसरा दिन था.
