- राज्य सरकार ने वाई से बढ़ाकर जेड कैटेगरी का किया सुरक्षा कवच
- नदिया में विधायक की हत्या के बाद सरकार सुरक्षा को लेकर संजीदा
कूचबिहार : पश्चिम बंगाल सरकार अपने मंत्रियों एवं विधायक-सांसदों की सुरक्षा को लेकर संजीदा हो गयी है. इसी क्रम में उसने उत्तर बंगाल विकास मंत्री रवींद्रनाथ घोष की वाई सुरक्षा कवच को बढ़ाकर उसे जेड सुरक्षा कर दिया गया है. शनिवार देर शाम यह जानकारी कूचबिहार के एसपी अभिषेक गुप्ता ने दी है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के निर्देश पर उत्तर बंगाल के सभी सांसद-विधायकों और मंत्रियों की सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ किया गया है.
उल्लेखनीय है कि इसके पहले तक मंत्री रवींद्र नाथ घोष को वाई कैटेगरी की सुरक्षा प्राप्त थी. इसके तहत उनके साथ तीन बॉडीगार्ड हमेशा रहते थे. इनके अलावा एक अधिकारी सहित चार पुलिसकर्मी और एक पायलट वैन रहती है. अब नयी व्यवस्था के तहत बॉडीगार्ड और पायलट वैन के अलावा दो अधिकारी और 8 पुलिसकर्मी उनकी सुरक्षा में हरदम तैनात रहेंगे.
इस बारे में खुद मंत्री रवींद्रनाथ घोष का कहना है कि हाल में नदिया के विधायक की हत्या के बाद जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा बढ़ाने पर राज्य सरकार जोर दे रही है. इसी क्रम में यह कदम उठाया गया है. हालांकि वह एक जनप्रतिनिधि हैं. इस नाते उन पर जनता का अधिकार पहले है.
उन्होंने उन्हें वोट देकर जिताया है. वह पहले की तरह आम जनता के हित में काम करते रहेंगे. इस नयी व्यवस्था का उनके कामकाज पर कोई असर नहीं पड़ेगा. वहीं, पुलिस सूत्र के अनुसार वन मंत्री विनयकृष्ण बर्मन, कूचबिहार से सांसद पार्थ प्रतिम राई और विधायक जगदीश बसुनिया के बॉडीगार्ड की संख्या में भी एक-एक की वृद्धि कर दी गयी है.