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सिलीगुड़ी : भू-माफिया लक्ष्मण ने सेना के जवानों को भी नहीं बख्शा
सिलीगुड़ी : दूध वाले से भू-माफिया तक का सफर तय करने वाले लक्ष्मण शर्मा ने भारतीय सेना की भी लाज नहीं रखी. बल्कि खासकर भारतीय सेना के जवान व अवकाश प्राप्त जवानों को ही अपना निशाना बनाया. भारतीय सेना के जवानों के साथ जमीन की खरीद-विक्री में फर्जीवाड़ा कर काली कमाई करने वाले लक्ष्मण शर्मा […]
सिलीगुड़ी : दूध वाले से भू-माफिया तक का सफर तय करने वाले लक्ष्मण शर्मा ने भारतीय सेना की भी लाज नहीं रखी. बल्कि खासकर भारतीय सेना के जवान व अवकाश प्राप्त जवानों को ही अपना निशाना बनाया. भारतीय सेना के जवानों के साथ जमीन की खरीद-विक्री में फर्जीवाड़ा कर काली कमाई करने वाले लक्ष्मण शर्मा का नया साल भी काल कोठरी में ही बीतेगा. आरोपी लक्ष्मण शर्मा को तीन जनवरी फिर सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया जायेगा.
देश में भारतीय सेना की एक अलग पहचान है. फौज की वर्दी पर हर भारतीय को गर्व होना चाहिए. वहीं मूल रूप से मणिपुर का तथा फिलहाल सिलीगुड़ी का रहने वाला भू-माफिया का आरोपी लक्ष्मण शर्मा ने भारतीय सेना को भी नहीं बख्शा है. भारतीय सेना के कई जवानों,रिटायर अधिकारियों व कर्मचारियों से जमीन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी कर करोड़ों रूपये की उगाही की है. प्रभात खबर की जांच-पड़ताल में अब तक लक्ष्मण शर्मा द्वारा सताये भारतीय सेना से जुड़े चार परिवार सामने आये हैं.
प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2009 में मणिपुर निवासी प्रकाश थापा, लीला देवी कार्की, टेक बहादुर, गोपाल भट्टाराई, चुड़ामणि व कुमार बाराकोटी ने लक्ष्मण शर्मा के मार्फत मिलनमोड़ के दरियाग्राम मौजा में जमीन खरीदी थी. इन सभी के साथ धोखा हुआ है. जमीन खरीदने के वर्षों बाद आज तक ये लोग जमीन पर कब्जा नहीं ले पाये हैं. अधिकांश जमीन पर ट्राइबल का कब्जा है.
पीड़ित लोगों में से प्रकाश थापा, लीला देवी कार्की, गोपाल भट्टाराई व चुड़ा मणि भारतीय सेना से जुड़े हुए हैं. प्रकाश थापा बीते 2017 में ही भारतीय सेना से रिटायर हुए हैं. ये भारतीय सेना के 3/4 गोर्खा रेजीमेंट के जवान थे. 2001 से 2017 पूरे 17 वर्ष इन्होंने देश की सुरक्षा में अपना योगदान दिया है. टेक बहादुर कठेत रिश्ते में प्रकाश थापा के ससुर हैं. लीला देवी कार्की रिश्ते में प्रकाश थापा की साली हैं. बल्कि लीला देवी कार्की के पति अर्जुन कार्की भी भारतीय सेना के जवान हैं.
अर्जुन कार्की 29 जीआर में हवालदार के पद पर तैनात हैं. गोपाल भट्टाराई भी भारतीय सेना के जवान हैं. ये फिलहाल हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में नायक के पद पर तैनात हैं. चुड़ा मणि भी भारतीय सेना से हो चुके हैं. वर्ष 2009 में प्रकाश थापा ने 5 कट्ठा, उनके ससुर टेक बहादुर कठेत ने 10 कट्ठा, उनकी साली लीला देवी कार्की ने 5 कट्ठा व टेक बहादुर कठेत के जीजा तिल बहादुर ने 5 कट्ठा जमीन खरीदी थी.
गोपाल भट्टाराई ने भी लक्ष्मण शर्मा से 5 कट्ठा जमीन ली थी. एक ही परिवार होने की वजह से लक्ष्मण शर्मा ने मिलनमोड़ के दरियाग्राम मौजा में इन सभी को एक साथ 30 कट्ठा जमीन खरीदवायी. बाद में गोपाल भट्टाराई अलग हो गये. वहीं चुड़ा मणि व कुमार बाराकोटी ने भी मिलनमोड़ के शीशा बाड़ी इलाके में लक्ष्मण शर्मा के मार्फत ही 5-5 कट्ठा जमीन खरीदी.
लक्ष्मण शर्मा के साथ जैसी करनी वैसी भरनी की कहावत चरितार्थ हो रही है. पूरा विश्व 2019 के आगमन पर नव वर्ष का जश्न मना रहा है. वहीं भारतीय सेना के जवानों के साथ धोखाधड़ी करने वाले लक्ष्मण शर्मा का नया साल काल कोठरी में ही बीतेगा. अदालत के निर्देशानुसार लक्ष्मण शर्मा प्रधान नगर थाना पुलिस की रिमांड पर हैं. रिमांड की मियाद पूरी होने पर 3 जनवरी गुरूवार को उसे फिर से सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया जायेगा.
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