Advertisement
36 पूर्व उग्रवादियों को सीएम ने दी होमगार्ड की नौकरी
सिलीगुड़ी : प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन कामतापुर लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन (केएलओ) को तोड़ने और संगठन को कमजोर करने के लिए बंगाल की सत्ता में आने के बाद से ही ममता सरकार ने जो प्रयास किया उसमें काफी हद तक सफलता हासिल कर चुकी है. केएलओ एक तरह से खत्म हो गया है. इसके सुप्रीमो जीवन सिंह को […]
सिलीगुड़ी : प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन कामतापुर लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन (केएलओ) को तोड़ने और संगठन को कमजोर करने के लिए बंगाल की सत्ता में आने के बाद से ही ममता सरकार ने जो प्रयास किया उसमें काफी हद तक सफलता हासिल कर चुकी है. केएलओ एक तरह से खत्म हो गया है. इसके सुप्रीमो जीवन सिंह को छोड़कर अधिकांश उग्रवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं. अब उनपर ममता मेहरबान हो रही है. इनको समाज की मुख्यधारा में लाने की कोशिश मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कर रही हैं.
इसी के तहत हाल ही में आत्मसमर्पण करनेवाले 42 केएलओ सदस्यों में से 36 को उनके निजी जिले में ही होमगार्ड की नौकरी ममता ने दी है. इसके लिए गुरुवार को उत्तर बंगाल के मिनी सचिवालय उत्तरकन्या में एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान मीडिया के सामने ममता ने सभी 36 पूर्व केएलओ को नियुक्ति पत्र प्रदान किया. इस दौरान ममता ने सभी को समाज की मुख्यधारा से जुड़ने और नौकरी पाने के लिए शुभकामनाएं भी दीं. उन्होंने कहा कि ये सभी काफी दिनों से समाज की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए पुलिस प्रशासन के जरिये सरकार से गुहार लगा रहे थे. यह सभी आत्मसमर्पण करने के बाद नौकरी की आस भी लगाये थे.
36 को पुलिस में होमगार्ड की नौकरी इसलिए दी गयी ताकि ये सभी अपने बल बूते समाज और आम जनता की सुरक्षा कर जनसेवा कर सकें. साथ ही पुराने कुकर्मों पर उन्हें ग्लानी महसूस हो. पुलिस बल में होमगार्ड की नौकरी पानेवाले 36 पूर्व केएलओ में से 21 अलीपुरद्वार जिले और 15 जलपाईगुड़ी जिले के हैं.
टॉम, टार्जन, मिल्टन को नहीं मिली नौकरी
आत्मसमर्पण करनेवाले 42 केएलओ में एक समय में संगठन के कमांडर माने जाने वाले कुख्यात टॉम, टार्जन, मिल्टन जैसे कुल छह भूतपूर्व शीर्ष केएलओ सदस्यों को ममता सरकार ने नौकरी नहीं दी. इन छहों पर देशद्रोह, बम ब्लास्ट, हत्या, लूट, अपहरण व अन्य एक दर्जन से अधिक मामले जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार व कूचबिहार जिले के विभिन्न थानों में दायर हैं. इन्हीं कारणों से इनके द्वारा आत्मसमर्पण किये जाने के बावजूद सरकार नौकरी नहीं दे सकी. ये लोग जमानत पर हैं और विभिन्न अदालतों में इनको हाजिरी देनी पड़ती है.
कई और करेंगे आत्मसमर्पण
नौकरी देने के दौरान ममता ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा और भी केएलओ आत्मसमर्पण करके समाज की मुख्यधारा में शामिल होने को तैयार हैं. जल्द ही और 13 केएलओ सदस्य आत्मसमर्पण करेंगे. ममता का कहना है कि ये भी आम इंसान की तरह अब जीवनयापन करना चाहते हैं. किसी कारण से एक समय ये लोग पथभ्रष्ट हो गये थे. जिनका इन्हें अब अफसोस है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement