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बेतहाशा पेट्रोलियम मूल्यवृद्धि के खिलाफ आंदोलन, बीपीएमओ कमेटी के नेतृत्व में किया गया रोड़ जाम

जलपाईगुड़ी : पेट्रोल-डीजल के दामों में हुई बेतहाशा बढ़ोत्तरी के चलते आम लोगों में केंद्र सरकार के प्रति तीव्र नाराजगी है. इसी को केंद्र कर गुरुवार को जलपाईगुड़ी पौर बीपीएमओ कमेटी के नेतृत्व में आंदोलन किया गया. आज दोपहर एक बजे से लेकर डेढ़ बजे तक शहर के कदमतला इलाके में सड़क अवरोध कर विरोध […]

जलपाईगुड़ी : पेट्रोल-डीजल के दामों में हुई बेतहाशा बढ़ोत्तरी के चलते आम लोगों में केंद्र सरकार के प्रति तीव्र नाराजगी है. इसी को केंद्र कर गुरुवार को जलपाईगुड़ी पौर बीपीएमओ कमेटी के नेतृत्व में आंदोलन किया गया. आज दोपहर एक बजे से लेकर डेढ़ बजे तक शहर के कदमतला इलाके में सड़क अवरोध कर विरोध जताया गया.
आंदोलन में आम लोगों की स्वत:स्फूर्त्त भागीदारी को देखते हुए आंदोलनकारियों ने इस आंदोलन को और तेज करने का निर्णय लिया है. आज के सड़क अवरोध में मुख्य रुप से काजल राय चौधरी, कृष्ण सेन, देवव्रत चौधरी, ध्रुवज्योति गांगुली, मृणाल राय, प्रणव कर, शुभाशीष सरकार, सागर भौमिक, शुभंकर गुहाराय, देवव्रत भौमिक की भागीदारी रही.
आंदोलनकारियों का कहना है कि पेट्रोल-डीजल के दामों में असामान्य बढ़ोत्तरी कर केंद्र की मोदी सरकार ने पूंजीपतियों को लूटने की खुली छूट दे रखी है. वहीं, पेट्रोल उत्पादों की कीमतों में मात्र एक पैसा कम कर उपभोक्ताओं के साथ मजाक किया जा रहा है. दाम बढ़ाने के पीछे तर्क दिया जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम के मूल्य में डॉलर की तुलना में रुपए का मूल्य कम होने के चलते वृद्धि करनी पड़ रही है.
हैरत की बात है कि भारत के पड़ोसी देशों में जो पूरी तरह तेल के आयात पर निर्भर हैं वहां से भी हमारे यहां पेट्रोल-डीजल के मूल्य ज्यादा हैं. उल्लेखनीय है कि तेल कंपनियों को आम तौर पर प्रति लीटर लाभ 2.70 रुपए हैं. उल्लेखनीय है कि 2014 में जब नरेंद्र मोदी की सरकार बनी थी उस समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम की कीमत प्रति बैरल 106.85 डॉलर थी.
उस समय हमारे देश में पेट्रोल की कीमत 71.41 रुपए थी. और अब जब पेट्रोल की कीमत प्रति बैरल 70 डॉलर के करीब है तो हमें 81 रुपए प्रति लीटर की दर से खरीदनी पड़ रही है. आखिर ऐसा क्यों होगा? इसी सवाल को लेकर पौर बीपीएमओ कमेटी के बैनर तले सड़क अवरोध किया गया.
तेल के बढ़ते दाम के खिलाफ प्रदर्शन, तृणमूल नेताओं ने केंद्र पर बोला हमला
कूचबिहार : तेल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ पूरे राज्य के साथ साथ कूचबिहार में भी तृणमूल कांग्रेस ने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है. बृहस्पतिवार को कूचबिहार के सुनीति रोड में जिला युवा तृणमूल नेता विरोध प्रदर्शन पर बैठे. दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक विरोध प्रदर्शन का दौर चला. इस मौके पर करीब 3000 से भी अधिक तृणमूल समर्थक मौजूद थे.
वक्ताओं ने केंद्र सरकार तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला. विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए युवा तृणमूल अध्यक्ष तथा कूचबिहार के सांसद पार्थ प्रतिम राय ने कहा कि केंद्र सरकार की गरीब विरोधी नीतियों के कारण आमलोग परेशान हो रहे हैं. पेट्रोल तथा डीजल के मूल्य में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. केंद्र सरकार इसे कम नहीं कर रही है. जिसकी वजह से महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है. उन्होंने आगे कहा कि कूचबिहार जिले में चाय बागानों की संख्या काफी अधिक है. इसके अलावा जिले के 45 प्रतिशत लोग खेती बाड़ी का काम करते हैं .
डीजल की कीमत बढ़ने से खेती बाड़ी का काम कर पाना आम किसान के लिए मुश्किल हो गया है. उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री किसी भी तरीके से केंद्र सरकार की धांधली को बर्दाश्त नहीं करेगी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन करने का निर्देश दिया है. विरोध प्रदर्शन को युवा नेता अबू तालिब ने भी संबोधित किया.
उन्होंने कहा कि पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के कारण करीब 10 प्रतिशत लोगों ने मोटरसाइकिल का इस्तेमाल करना बंद कर दिया है. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री देश को अच्छे दिन दिखाने का वादा कर रहे थे. लेकिन आम लोगों के लिए यह बुरा दिन है. उन्होंने वर्ष 2019 में लोकसभा के चुनाव में भाजपा की करारी हार का भी दावा किया.

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