बालुरघाट : दक्षिण दिनाजपुर जिले में पहले चरण में बूथ कब्जे की आरोप के बाद 35 बूथों पर पुनर्मतदान के निर्देश दिये गये थे, लेकिन पुनर्मतदान के दौरान जिले के बूथ बदमाशों के कब्जे में ही रहे. बालुरहाट ब्लॉक के पतिराम पंचायत में पुनर्मतदान के दौरान बूथ पर बदमाशों का कब्जा रहा. इस बूथ पर विरोधियों ने तृणमूल बोगस वोटिंग का आरोप लगाया है. वहीं हरिरामपुर ब्लॉक में पुनर्मतदान के दौरान कुछ बूथों पर सुबह से ही रूक-रूक कर बमबारी जारी रही.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बालुरघाट ब्लॉक के पतिराम ग्राम पंचायत अंतर्गत माझियान बूथ में बुधवार को पुनर्मतदान के दौरान भी सोमवार का ही नजारा देखने को मिला. माझियान इलाके में फिर से तृणमूल पर वोगस वोटिंग का आरोप लगाया गया है. आरोप है कि पुलिस की निगरानी में सभी घटनाएं घटित हुई. माझियान इलाके के 82 नंबर बूथ उत्तरबंग कृषि विद्यालय में सुबह से ही मतदाताओं की लम्बी कतार देखने को मिली. लेकिन दिन चढ़ने के बाद लाइन गायब हो गया. यहां तक की चुनावकर्मी भी बूथ में मौजूद नहीं थे. बूथ के अंदर बैलट पेपर जमीन पर बिखरा पड़ा था. स्थानीय निवासी बापी मंडल ने बताया कि सीपीआई (एम) प्रत्याशी सज्जाक मंडल को पुलिस उठाकर ले गयी व मतदाताओं को खदेड़ दिया. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि तृणमूल की ओर से पुलिस ही वोगस वोटिंग कर रही थी. ग्रामीणों का सवाल है कि इस तरह के मतदान का क्या मतलब है. वहीं दूसरी ओर सुबह से जिले के बाकि मतदान केंद्रों में शांतिपूर्ण तरीके से मतदान प्रक्रिया चली. उल्लेखनीय है कि बूथ जाम, बैलट पेपर नष्ट करने, बैलट बॉक्स में आग लगाने व हिंसक झड़प के आरोपों के आधार पर पूरे राज्य में 572 बूथों में पुनर्मतदान हुआ. इनमें दक्षिण दिनाजपुर जिले के 35 बूथ शामिल है.