सिलीगुड़ी. अलग राज्य गोरखालैंड को लेकर पहाड़ पर जारी बेमियादी बंद के बीच गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (गोजमुमो) प्रमुख विमल गुरुंग का एक सनसनीखेज वीडियो जारी हुआ है. इस वीडियो में उन्होंने मोर्चा से निष्कासित अनित थापा और विनय तमांग को धोखेबाज करार देते हुए पहाड़ की जनता की अदालत में पेश होने को कहा है. उन्होंने पहाड़ की स्थिति और बिगड़ने का संकेत देते हुए कहा कि अब जीएलपी (गोरखालैंड पर्सनल) का काम ही बचा है. अलग राज्य गोरखालैंड लेना और धोखेबाजों को सबक सिखाना जीएलपी का मूल कर्तव्य है. जीएलपी गोजमुमो का हथियार आदि चलाने में प्रशिक्षित वॉलेंटियर फोर्स है.
इस वीडियो के जारी होने से आंदोलन के हिंसक दिशा में जाने की आशंका जातायी जा रही है. वीडियो में विमल गुरुंग ने कहा कि पहाड़ की जनताअपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है. बंगाल सरकार से डरकर या बहकावे में आकर इस आंदोलन को समाप्त कराने का अधिकार किसी के पास नहीं है. राज्य सरकार द्वारा बुलायी गयी बैठक में विनय तमांग और अनित थापा को गोरखाओं का प्रतिनिधि बनाकर भेजा गया था, लेकिन उन दोनों ने पहाड़ की जनता को धोखा दिया है. गोरखालैंड आंदोलन अकेले गोजमुमो की लड़ाई नहीं, बल्कि जन आंदोलन है. दोनों धोखेबाजों को जनता की अदालत में पेश होकर अपने गुनाह की सफाई देनी होगी.
उन्होंने धमकी भरे लहजे में कहा कि जीएलपी का अब प्रत्यक्ष रूप से प्रयोग किया जायेगा. धोखेबाजों को सबक सिखाया जायेगा. इस बार के आंदोलन को तीन महीने होने वाले हैं. पहाड़ की जनता ने अलग राज्य के लिए काफी संघर्ष किया है और कर रही है. उसकी मेहनत पर पानी फेरने का अधिकार किसी को नहीं. किसी भी कीमत पर गोरखालैंड लेकर रहेंगे.
उन्होंने कहा कि अंतिम सांस तक गोरखालैंड के लिए वह अकेले भी लड़ते रहेंगे. अलग राज्य के लिए संघर्ष लगातार जारी रहेगा. 12 सिंतबर को राज्य सरकार के साथ होनेवाली बैठक में गोजमुमो का प्रतिनिधि अवश्य शामिल होगा. लेकिन इस बैठक में गोरखालैंड के अलावा किसी भी विषय पर बातचीत नहीं होगी.