सिलीगुड़ी. बादुरिया कांड को लेकर भाजपा ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफा मांगा है. इसके साथ ही बादुरिया एवं चोपड़ा सहित राज्य के विभिन्न इलाकों में भाजपा समर्थकों पर हुये हमले के खिलाफ भाजपा ने सिलीगुड़ी में धिक्कार रैली निकाली. इसमें शामिल भाजपा नेताओं ने राज्य सरकार की कड़ी आलोचना की. साथ ही […]
सिलीगुड़ी. बादुरिया कांड को लेकर भाजपा ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफा मांगा है. इसके साथ ही बादुरिया एवं चोपड़ा सहित राज्य के विभिन्न इलाकों में भाजपा समर्थकों पर हुये हमले के खिलाफ भाजपा ने सिलीगुड़ी में धिक्कार रैली निकाली. इसमें शामिल भाजपा नेताओं ने राज्य सरकार की कड़ी आलोचना की. साथ ही पहाड़ पर भड़की आग के लिये भी राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया है.
बादुरिया कांड को लेकर सिलीगुड़ी जिला भाजपा की रैली सोमवार दोपहर हाशमी चौक से शुरू हुयी और शहर के मुख्य सड़कों से गुजरी. इस रैली में भाजपा के प्रदेश सचिव प्रताप बनर्जी, राजू बनर्जी जिला भाजपा अध्यक्ष प्रवीण सिंहल, अभिजीत राय चौधरी, राज भट्टाचार्य, कन्हैया पाठक, नंनद दास, खुशबू मित्तल सहित अन्य नेता व भारी संख्या में समर्थक शामिल हुए. रैली के दौरान प्रदेश भाजपा सचिव प्रताप बनर्जी ने बताया कि बादुरिया कांड से राज्य सरकार की तानाशाही स्पष्ट है.
वहां जो कुछ भी हुआ उससे नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस्तीफा दे देना चाहिए. राज्य में कानून व्यवस्था नाम पर कुछ भी नहीं है. पुलिस के कुछ अधिकारी व कर्मचारी राज्य सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं. राज्य में भाजपा के बढ़ते जनाधार से तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी परेशान हैं. इसी से भाजपा समर्थकों पर हमले बढ़ गये हैं. तृणमूल तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है.
उसी के विरोध में आज रैली निकाली गयी है. श्री बनर्जी ने आगे कहा कि गोरखालैंड को लेकर पहाड़ पर हिंसा के लिए भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जिम्मेदार हैं. गोरखालैंड की आग को बांग्ला भाषा की चिनगारी से मुख्यमंत्री ने स्वयं भड़का दिया है. अब इस आग को उन्हें ही शांत करना होगा. विश्व के सबसे बड़े गणतांत्रिक देश भारत में ममता बनर्जी जैसी तानाशाह मुख्यमंत्री का कोई स्थान नहीं है.
हिलकार्ट रोड छावनी में तब्दील
भाजपा की रैली को नियंत्रित रखने के लिये हिलकार्ट रोड पर भारी तादात में पुलिस बल की तैनाती की गयी. सड़क के दोनों किनारों पर पुलिस की तैनाती की गयी थी. किसी भी प्रकार की अनहोनी को संभालने के लिये वाटर कैनन व आंसू गैस के गोले से लैस रैफ को भी उतारा गया था. रैली शुरू होने के दो घंटे पहले से ही पुलिस व रैफ के जवान सिलीगुड़ी की सड़कों पर मार्च करने लगे. रैली के आगे व अंतिम छोर पर भी सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट के वरिष्ठ अधिकारी भी नजर रख रहे थे.