मुख्यमंत्री ने की पीड़ित परिवार से बात कोलकाता. आरजी कर मेडिकल कॉलेज में कथित तौर पर महिला जूनियर चिकित्सक की रेप के बाद हत्या की घटना ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है. घटना के बाद मृतका के अभिभावकों को बताया गया कि उनकी बेटी ने अस्पताल में आत्महत्या कर ली है. पर अभिभावकों का मानना है कि उनकी बेटी कभी भी आत्महत्या नहीं कर सकती. महिला चिकित्सक उत्तर 24 परगना के पानीहाटी की रहनेवाली थी. वह निम्न मध्यमवर्गीय परिवार से थी. अभिभावकों ने बताया कि वह बचपन से ही मेधावी थी. चिकित्सक बन कर उसने माता-पिता के सपना पूरा किया. जानकारी के अनुसार, गुरुवार की रात को भी खाना खाने के बाद उसने पिता के साथ फोन पर बात की थी. उसके बाद परिवार के पास जो अगला फोन आया, उनके लिए मानो पूरी दुनिया ही अंधकारमय हो गयी. फोन आया कि उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली है. हालांकि परिवार ने शुरू से ही इस दावे से इनकार किया है. माता-पिता से लेकर पड़ोसियों तक, हर कोई यही कह रहा था कि एक सफल डॉक्टर आत्महत्या क्यों करेगी. मां का कहना था कि किसी ने उसकी बेटी की हत्या की है. उन्होंने कहा : मेरी बेटी को मार दिया गया है. मेरी एक ही बेटी है. हमने बहुत मुश्किल से उसे डॉक्टर बनाया था. उधर, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फोन पर पीड़ित परिवार से बात की. पिता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने फोन किया था. सीएम ने परिवार को हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया है. पिता की शिकायत है कि खबर मिलने के बाद जब वह अस्पताल पहुंचे, तो उन्हें शव देखने की अनुमति नहीं दी गयी. उन्होंने अस्पताल अधिकारियों के खिलाफ शिकायत की है. क्या कहते हैं अधिकारी इस संबंध में अस्पताल के फॉरेंसिक विभाग के एक चिकित्सक ने बताया कि छात्रा के होंठ, गाल और गले पर घाव थे. शव अर्द्धनग्न अवस्था में था. उधर, पुलिस का बयान है कि बाहरी लोगों का नहीं, बल्कि ””””अपने लोगों”””” का यह काम है, क्योंकि शव सेमिनार हॉल में बरामद हुआ. सेमिनार हॉल तक कोई बाहरी व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सकता.
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