संवाददाता, कोलकाता
ट्रेनों में बीमार होनेवाले यात्रियों को त्वरित चिकित्सा सुविधा पहुंचाने के लिए हावड़ा मंडल ने एक अनूठा पहल शुरू की है. हावड़ा मंडल में 18 जुलाई से यह सुविधा विभिन्न मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों के ऑन-बोर्ड यात्रियों के लिए शुरू कर दी गयी है. इस सुविधा का लाभ बीमार या फिर घायल यात्री ले सकते हैं. मेडिसिन-ऑन-व्हील सुविधा में टेली-मेडिसिन के माध्यम से रेलवे के डॉक्टर बीमार यात्रियों से संपर्क कर उनका इलाज करेंगे. इसी महीने 18 जुलाई को हावड़ा मंडल में चलने वाली सभी ट्रेनों के यात्रियों के लिए परीक्षण के आधार पर शुरू किया जा चुका है. हावड़ा मंडल में मेडिसिन-ऑन-व्हील की उक्त सुविधा टेली-मेडिसिन के माध्यम से यात्रियों के लिए एक अतिरिक्त सुविधा है. यह सुविधा हावड़ा मंडल के वाणिज्यिक और चिकित्सा विभाग के संयुक्त सहयोग से शुरू किया गया है. उल्लेखनीय है कि मंडल द्वारा चलायी जाने वाली 45 से ज्यादा लंबी दूरी की ट्रेनों में यह सुविधा उपलब्ध रहेगी. ट्रेन में ड्यूटीरत टिकट चेकिंग स्टॉफ के साथ मंडल रेलवे अस्पताल को एक टैब दिया गया है. चलती ट्रेन में यदि कोई यात्री तबीयत खराब होने की शिकायत चेकिंग स्टॉफ से करता है तो वह टैब से वीडियो काल कर मंडल रेल अस्पताल के चिकित्सक से संपर्क करेंगे. डॉक्टर, वीडियो काल पर ही रोगी की हालत देखते हुए चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करायेगा.
चिकित्सा सुविधा लेने के लिए टिकट चेकिंग स्टाफ से करना होगा संपर्क :
इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए यात्री को ऑन-बोर्ड टिकट चेकिंग स्टाफ से संपर्क करना होगा. ऑन-बोर्ड टिकट चेकिंग स्टाफ हावड़ा मंडल के रेलवे अस्पतालों के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करेगा.
रेलवे ने मेडिसिन-ऑन-व्हील सुविधा के लिए चेकिंग स्टॉफ के लिए एक हेल्प लाइन नंबर जारी किया है, जो 24 घंटे काम करता है. ऑन-ड्यूटी डॉक्टर ऑन-बोर्ड चेकिंग स्टाफ को ऑडियो / वीडियो कॉल के माध्यम से उक्त यात्री की जांच करेगा और तदनुसार ऑन-बोर्ड चेकिंग स्टाफ के मोबाइल पर लिखित रूप से दवाइयों की सलाह दी जायेगी. यात्रियों को ऐसी सुविधा प्रदान करने के लिए, चिकित्सीय सलाह और दवा का पैकेट भी रोगी को दिया जायेगा.
ट्रेन में सवार कैप्टन को डॉक्टर की सलाह के अनुसार यात्रियों के उपयोग के लिए आवश्यक दवा से भरा एक मेडिकल पाउच दिया जायेगा. यदि यात्री की तबीयत ज्यादा खराब होती है तो चिकित्सकों के निर्देशानुसार ट्रेन के चेकिंग स्टॉफ बीमार यात्री को ट्रेन के अगले स्टेशन के डॉक्टर के पास व्यक्तिगत रूप से जाने की सलाह देंगे. ऐसे में यात्री को बगैर देरी के अगले स्टॉपेज पर चिकित्सा सहायता प्राप्त हो जायेगी. ऐसी सुविधा का लाभ उठाने के लिए यात्री को परामर्श शुल्क और दवा की कीमत के रूप में केवल सौ रुपये भुगतान करना होगा.
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