कोलकाता. राष्ट्रीय महिला आयोग, की सदस्य डॉ अर्चना मजूमदार ने सोमवार को मेट्रो रेलवे में यौन उत्पीड़न की रोकथाम पर एक राष्ट्रीय कार्यशाला को संबोधित किया. कार्यशाला में मेट्रो रेलवे की महिला कर्मचारियों ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम की अध्यक्षता मेट्रो रेलवे के महाप्रबंंधक शुभ्रांशु एस मिश्रा, ने किया.अपने भाषण में, श्री मिश्रा ने इस बात पर जोर दिया कि महिला कर्मचारियों को बिना किसी कठिनाई के अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं और अनुकूल वातावरण प्रदान किया जाये. उन्होंने महिला मेट्रो कर्मियों की ध्यान में रखते हुए सम्मानजनक और आरामदायक माहौल बनाये रखने और उसके महत्व पर जोर दिया.इस दौरान डॉ अर्चना मजूमदार ने अपने संबोधन में प्रिवेंशन ऑफ सेक्सुअल हैरेसमेंट (पीओएसएच) एक्ट के नियमों की जानकारी दी.इसके साथ ही, सरकारी हो या निजी वर्कप्लेस इंटरनल कमेटी की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों और महिला कर्मचारियों के लिए सुरक्षित वर्कप्लेस सुनिश्चित करने की मौजूदा तरीकों पर जानकारी विस्तार से दी.नेशनल कमीशन फॉर विमेन की एडवोकेट, दीपाली श्रीवास्तव ने द सेक्सुअल हैरेसमेंट ऑफ विमेन एट वर्कप्लेस (प्रिवेंशन, प्रोहिबिशन एंड रिड्रेसल) एक्ट, 2013 और मैटरनिटी बेनिफिट (अमेंडमेंट) एक्ट, 2017 पर एक प्रेजेंटेशन दिया.
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