कोलकाता. निजी बस मालिकों ने गुरुवार से शुरू होने वाली तीन दिवसीय बस हड़ताल स्थगित कर दी है. उन्होंने ‘लालबाजार’ में परिवहन सचिव सौमित्र मोहन और कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा के साथ बैठक के बाद प्रस्तावित हड़ताल स्थगित करने का फैसला लिया. सरकार ने उनकी समस्याएं हल करने का आश्वासन दिया है.
ज्वाइंट काउंसिल ऑफ बस सिंडिकेट के महासचिव तपन बनर्जी ने कहा सरकार ने हमारी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का वादा किया है. इसलिए हड़ताल को सितंबर तक के लिए स्थगित किया जा रहा है. निजी बस मालिकों ने किराया बढ़ाने पांच सूत्री मांगों को लेकर तीन दिवसीय बस हड़ताल का एलान किया था.
बस मालिकों का कहना था कि 15 साल पुरानी बस को अभी रद्द नहीं किया जाये, क्योंकि कोविड के दौरान दो साल से बसें नहीं चली थीं. इसलिए सरकार को आयु सीमा दो साल बढ़ाने की जरूरत है. इसके अलावा, पुलिस की बर्बरता, टोल टैक्स की मनमानी वसूली और डीजल की कीमतों में वृद्धि सहित पांच सूत्रों मांग पत्र मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लिखकर भेजा था. उल्लेखनीय है कि मंगलवार के बाद बुधवार सुबह बस मालिकों ने अपनी मांगों पर चर्चा के लिए कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा, परिवहन सचिव सौमित्र मोहन और अन्य अधिकारियों के साथ फिर बैठक की. सरकार ने उन्हें आश्वासन दिया कि उनके दावों पर गौर किया जायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है