कोलकाता.
जल जीवन मिशन के तहत पश्चिम बंगाल के बकाया केंद्रीय फंड जारी न होने के मुद्दे पर तृणमूल कांग्रेस के सांसदों के 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को नयी दिल्ली में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल से मुलाकात की. यह बैठक संसद मार्ग स्थित श्रम शक्ति भवन में आयोजित हुई. तृणमूल की ओर से बताया गया कि प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लोकसभा की मुख्य सचेतक डॉ काकोली घोष दस्तीदार ने किया. प्रतिनिधिमंडल में लोकसभा सांसद प्रो सौगत राय, राज्यसभा के मुख्य सचेतक मोहम्मद नदीमुल हक, लोकसभा की उपनेता शताब्दी राय, राज्यसभा की उपनेता सागरिका घोष, लोकसभा सांसद प्रतिमा मंडल, अबू ताहेर खान, जगदीश चंद्र बरमा बासुनिया, अरूप चक्रवर्ती और मिताली बाग शामिल थे.मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय मंत्री को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें जल जीवन मिशन के अंतर्गत पश्चिम बंगाल को लंबे समय से केंद्रीय निधि नहीं मिलने पर गंभीर चिंता जतायी गयी. तृणमूल कांग्रेस का आरोप है कि अगस्त 2024 से राज्य को इस योजना के लिए कोई केंद्रीय फंड जारी नहीं किया गया है.पार्टी के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान केंद्र सरकार को पश्चिम बंगाल के लिए 5,050 करोड़ रुपये जारी करने थे, लेकिन अब तक केवल 2,525 करोड़ रुपये ही मिले हैं. इसके उलट राज्य सरकार ने अपने हिस्से से तय राशि से अधिक धन पहले ही जारी कर दिया है.
तृणमूल सांसदों का कहना है कि केंद्रीय फंड रोके जाने से ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल परियोजनाएं प्रभावित हो रही हैं और आम लोगों को गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पार्टी ने आरोप लगाया कि विपक्ष शासित राज्यों के साथ भेदभाव किया जा रहा है और पश्चिम बंगाल को उसके वैध अधिकारों से वंचित किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

