फर्जी ओबीसी सर्टिफिकेट जमा कर अवैध तरीके से आरक्षित सीटों पर चुने गये हैं तृणमूल नेता
संवाददाता, कोलकातापश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और उनका प्रशासन हमेशा से ओबीसी प्रमाणपत्रों का राजनीतिक हथकंडा बनाकर दुरुपयोग करने की साजिश रचता रहा है. इस दुरुपयोग के संकेत एक बार फिर खुलकर सामने आ रहे हैं. ऐसा ही आरोप पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने लगाया है. गुरुवार को श्री अधिकारी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेता प्रशासन के सीधे समर्थन से फर्जी ओबीसी प्रमाणपत्र जमा करके अवैध रूप से ओबीसी आरक्षित सीटों पर चुने गये हैं, जिसका एक ज्वलंत उदाहरण पूर्व मेदिनीपुर जिले के चांदीपुर प्रखंड के ईश्वरपुर ग्राम पंचायत की मुखिया खुकुरानी मंडल घोराई हैं. वह फर्जी ओबीसी प्रमाणपत्र जमा करके ओबीसी आरक्षित सीट से चुनी गयी थीं. श्री अधिकारी ने कहा कि ममता बनर्जी ने अपने राजनीतिक हितों के लिए ओबीसी प्रमाणपत्र का दुरुपयोग किया है, न केवल ओबीसी आरक्षित सीटों पर पार्टी नेताओं को जिताने के लिए, बल्कि मुस्लिम समुदाय को खुश करने और उसे वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करने के लिए कर रही हैं. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की युवा पीढ़ी का भविष्य आज ममता बनर्जी की तुष्टिकरण नीति और वोट बैंक की राजनीति का शिकार है.डायमंड हार्बर में अभिषेक बनर्जी की जीत पर उठाये सवाल
विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की डायमंड हार्बर लोकसभा सीट से भारी मतों के अंतर से हुई जीत पर सवाल उठाए हैं. शुभेंदु ने आरोप लगाया कि चुनाव में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हुई और मतदाताओं को डराकर वोट डलवाया गया. शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया कि 900 से अधिक मतदान केंद्रों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों पर टेप चिपकाया गया था. प्रत्येक बूथ पर आठ-आठ एजेंट तैनात थे और बाहर दबंगों का पहरा था. उनके अनुसार, अगर कोई मतदाता अंदर जाकर कहता कि वह अपने पसंदीदा चुनाव चिह्न को नहीं ढूंढ पा रहा है, तो बूथ से निकलते ही उसे मारपीट की धमकी दी जाती थी. इस तरह अभिषेक बनर्जी ने सात लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल की. उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में अभिषेक बनर्जी ने डायमंड हार्बर सीट से रिकॉर्ड सात लाख 10 हजार मतों के अंतर से विजय प्राप्त की थी. इस जीत को लेकर भाजपा लगातार प्रश्न उठा रही है. भाजपा नेता अनुराग ठाकुर भी पहले कह चुके हैं कि इस क्षेत्र में लाखों फर्जी मतदाता पाये गये थे.
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