हुगली.
राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा- एसआइआर एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है. देश में स्वतंत्र और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के लिए इसका उद्देश्य स्पष्ट है. लोकतांत्रिक व्यवस्था में विरोधी मत स्वाभाविक है. हमारा संविधान और लोकतंत्र दोनों ही काफी मजबूत हैं. किसी भी मतभेद का समाधान बातचीत के माध्यम से संभव है. यदि कहीं अशांति होती है, तो उसे नियंत्रित किया जा सकता है. मेरे विचार में एसआइआर को लेकर कोई समस्या नहीं होगी. राज्यपाल मंगलवार को चंदननगर के आदि हाल्दारपाड़ा जगद्धात्री पूजा पंडाल में पहुंचे थे. उन्होंने दीप प्रज्वलित कर देवी को प्रणाम किया. इस वर्ष यहां पूजा पंडाल काशी विश्वनाथ मंदिर की तर्ज पर बनाया गया है. यहां पूजा कितने वर्षों से हो रही है, इसका सही रिकॉर्ड नहीं है, इसलिए इसे ””””बुड़ी मां”””” के नाम से जाना जाता है. राज्यपाल ने कुछ समय पूजा मंडप में बिताया और अपनी ओर से पूजा समिति को एक लाख रुपये का अनुदान देने की घोषणा की. अपने भाषण में उन्होंने नारी शक्ति के महत्व पर भी प्रकाश डाला. पूजा समिति के अध्यक्ष दीपांजन गुहा ने कहा- राज्यपाल ने हमारे आतिथ्य-सत्कार से प्रसन्न होकर एक लाख रुपये देने की घोषणा की है. वह प्रतिमा, पंडाल और पूरे माहौल से बहुत प्रभावित हुए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

