कैंपस में गूंजा जय श्रीराम का जयकारा
कोलकाता. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े छात्रों ने अनुमति न होने के बावजूद रविवार को जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) परिसर के अंदर रामनवमी समारोह का आयोजन किया. छात्रों ने पूजा के लिए परिसर के अंदर एक अस्थायी मंच पर भगवान राम की मिट्टी से बनी मूर्ति रखी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है. जादवपुर विश्वविद्यालय प्रशासन ने शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध छात्र संगठन के परिसर में रामनवमी समारोह आयोजित करने के अनुरोध को खारिज कर दिया था. हालांकि, रविवार को रामनवमी मनायी गयी. विश्वविद्यालय के टेक्नोलॉजी भवन के सामने इसका आयोजन हुआ. पिछले कई वर्षों से रामनवमी का पालन करने के लिए प्रयास किया जा रहा था, जो 2025 में संभव हुआ. आयोजन को लेकर किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं हुई. एबीवीपी के दक्षिण बंगाल के सचिव अनिरुद्ध सरकार ने कहा कि पिछली बार शोभायात्रा निकालने की कोशिश की गयी थी. तब वाम से जुड़े छात्रों ने हंगामा किया था. हमने शपथ ली थी कि इस बार किसी भी हाल में रामनवमी समारोह का आयोजन किया जायेगा. हर्षोल्लास के साथ भगवान राम की पूजा की गयी. पूरा कैंपस जय श्रीराम जयकारे से गूंज उठा.सरकार ने कहा कि जेयू कैंपस में यदि इफ्तार पार्टी का आयोजन हो सकता है, तो रामनवमी का पालन क्यों नहीं हो सकता. वहीं, एसएफआइ की नेता कौशिकी भट्टाचार्य ने कहा कि वे लोग नफरत फैलाने के लिए इफ्तार पार्टी की बात कर रहे हैं. कैंपस में सरस्वती पूजा, दुर्गापूजा भी होती है, इसकी बात तो नहीं कर रहे. उन्होंने कहा कि पूजा के आयोजन में कभी किसी ने बाधा नहीं पहुंचायी है. लेकिन एबीवीपी के लोग नफरत की बात करते हैं, इसलिए यहां के छात्र-छात्राओं की आपत्ति रहती है. भाजपा के कुछ नेता वाम किले में इसे सर्जिकल स्ट्राइक भी बता रहे हैं. रविवार को रामनवमी उत्सव के दौरान पूर्व कुलपति बुद्धदेव साउ भी मौजूद रहे.
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