विधेयकों को मंजूरी देने का मामला कोलकाता. पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) के माध्यम से कक्षा नौ-10 व 11-12 के शिक्षकों की नियुक्ति का मामला अब सुप्रीम कोर्ट जायेगा. वर्ष 2016 की परीक्षा पास कर शिक्षक की नौकरी पाने वाले योग्य शिक्षकों ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन दाखिल करने का मन बनाया है. गुरुवार को योग्य शिक्षकों का एक समूह नयी दिल्ली के लिए रवाना हो गया है. उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि उनका मकसद सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन फाइल करना है. वे अपनी पुरानी नौकरी वापस पाना चाहते हैं. तीन अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश संजीव खन्ना की अगुवाई वाली बेंच ने 25,753 शिक्षकों और शिक्षण कर्मियों की नियुक्तियां खारिज कर दी थीं. शीर्ष अदालत ने एसएससी को नये सिरे से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक, स्कूल सर्विस कमीशन (एसएससी) ने शिक्षकों की नियुक्ति के लिए लिखित परीक्षा करवाई थी. लेकिन कक्षा 11 और 12 के लिए इंटरव्यू लिस्ट जारी होने के बाद यह देखा गया कि कई ‘नॉन-टेंटेड’ या ‘योग्य’ शिक्षकों को साक्षात्कार के लिए नहीं बुलाया गया. इसके बाद ही अब वे (नौकरी गंवाने वाले योग्य शिक्षक) तीन अप्रैल के फैसले के कुछ हिस्सों में बदलाव की मांग करते हुए क्यूरेटिव पिटीशन दाखिल करना चाहते हैं. गौरतलब है कि क्यूरेटिव पिटीशन सर्वोच्च न्यायालय के अंतिम निर्णय को सुधारने के लिए उपलब्ध एक कानूनी उपाय है, जिसे पुनर्विचार याचिका के बाद दायर किया जा सकता है.
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