मांगी रिपोर्ट. नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के आरोपों पर चुनाव आयोग गंभीर
संवाददाता, कोलकातापश्चिम बंगाल में बूथ स्तर के अधिकारियों (बीएलओ) को मिल रही धमकियों और उत्पीड़न की खबरों के बीच निर्वाचन आयोग ने आश्वासन दिया है कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) के दौरान उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जायेगी. आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में एसआइआर प्रक्रिया जल्द शुरू होने की संभावना है. अधिकारी के अनुसार, बीएलओ का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठन ‘संग्रामी जौथा मंच’ के सदस्यों ने हाल ही में मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीइओ) से मुलाकात की थी. उन्होंने मतदाता सूची पुनरीक्षण से पहले उन पर बढ़ते दबाव और धमकियों को लेकर चिंता जतायी थी. अधिकारी ने कहा, “बीएलओ प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया गया है कि अपने कर्तव्यों के निर्वहन के दौरान उनकी सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाये जायेंगे.” एसआइआर प्रक्रिया आगामी चुनाव से पहले मतदाता सूची को अद्यतन और सटीक बनाये रखने के आयोग के नियमित कार्यक्रम का हिस्सा है. इस बीच, राज्य के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया है कि राजनीतिक रूप से जुड़े व्यक्तियों को बीएलओ के रूप में नियुक्त किया गया है. ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट में उन्होंने खड़गपुर सदर विधानसभा क्षेत्र के आठ बीएलओ का नाम लेते हुए कहा कि ये सभी सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की बैठकों में खुलेआम भाग लेते हैं. अधिकारी ने निर्वाचन आयोग से इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी अरिंदम नियोगी ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में है और संबंधित जिला प्रशासन से रिपोर्ट तलब की गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

