शिक्षक नियुक्ति घोटाला. रिक्त पदों पर नियुक्ति की समय-सीमा को बताया अपर्याप्त
संवाददाता, कोलकातापश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबी-एसएससी) ने शुक्रवार को कहा कि वह उच्चतम न्यायालय के निर्देश का पालन करते हुए जल्द ही उन सभी शिक्षण व गैर-शिक्षण कर्मचारियों की नयी परीक्षा आयोजित करने की प्रक्रिया शुरू करेगा, जिन्होंने अमान्य हो चुकी 2016 की नौकरी नियुक्ति प्रक्रिया में भाग लिया था. हालांकि, डब्ल्यूबी-एसएससी के चेयरमैन सिद्धार्थ मजूमदार ने पुष्टि की कि अभ्यर्थियों की बड़ी संख्या को देखते हुए, तीन महीने में चयन प्रक्रिया पूरी होना असंभव है. मजूमदार ने कहा : यह एक लंबी प्रक्रिया है और तीन महीने में यह प्रक्रिया पूरी होने की संभावना नहीं है. न्यायालय द्वारा सरकारी व सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में 25,753 शिक्षकों और गैर शिक्षण कर्मचारियों की नियुक्तियों को रद्द करने के एक दिन बाद पत्रकारों से बात करते हुए, चेयरमैन ने कहा कि आयोग, शीर्ष अदालत के आदेश के मद्देनजर, नये सिरे से परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों की पात्रता को लेकर कानूनी सलाह लेगा.चेयरमैन ने पूछा : क्या नये परीक्षार्थी भी चयन प्रक्रिया में भाग लेने के पात्र होंगे?
डब्ल्यूबी-एसएससी के चेयरमैन सिद्धार्थ मजूमदार ने कहा : 2016 में लगभग 26 लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया था और लगभग 22 लाख ने परीक्षा दी थी. लगभग 1.41 लाख परीक्षार्थियों ने कक्षा नौ-10 के लिए और लगभग 1.5 लाख ने कक्षा 11-12 के लिए शिक्षक भर्ती परीक्षा दी थी. मजूमदार ने कहा : बाकी ने गैर-शिक्षण पदों के लिए परीक्षा दी थी. हालांकि उच्चतम न्यायालय ने हमें रिक्तियों को भरने के लिए चयन प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है. लेकिन हमें इस बात पर कानूनी स्पष्टीकरण की आवश्यकता होगी कि क्या नये परीक्षार्थी भी चयन प्रक्रिया में भाग लेने के पात्र हैं?डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

