कोलकाता. तृणमूल कांग्रेस से निलंबित किये गये मुर्शिदाबाद के भरतपुर के विधायक हुमायूं कबीर नयी पार्टी बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. इसी बीच, उन्होंने बड़े राजनीतिक दावे किये. कबीर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनकी पार्टी 2026 के विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी और विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी, दोनों के खिलाफ उम्मीदवार उतारेगी. कबीर ने कहा : 2026 में न तो तृणमूल और न ही भाजपा, कोई भी दल अकेले बहुमत नहीं ला पायेगा. सरकार बनाने में निर्णायक ताकत हम (कबीर की पार्टी) होंगे. मुझे शामिल किये बिना कोई मुख्यमंत्री के रूप में शपथ नहीं ले सकेगा. उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी 135 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी. उनका लक्ष्य कम से कम 90 सीटों पर जीत हासिल करना है. वह कहते हैं कि उनकी नयी पार्टी मुस्लिमों के विकास के लिए काम करेगी, लेकिन साथ ही यह एक सेकुलर राजनीतिक दल होगा. तृणमूल से निलंबन के तुरंत बाद ही कबीर ने नयी पार्टी बनाने की घोषणा कर दी थी. 22 दिसंबर को वह अपनी नयी पार्टी लॉन्च करने वाले हैं. कबीर ने यह भी दावा किया था कि एआइएमआइएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के साथ वह गठबंधन करेंगे. हालांकि, कुछ दिनों पहले एआइएमआइएम के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने स्पष्ट किया था कि उनकी पार्टी हुमायूं कबीर की पार्टी के साथ किसी भी तरह का गठबंधन नहीं करेगी. लेकिन, इस विवादित स्थिति के बीच भी कबीर ने अपनी बात दोहरायी. उन्होंने कथित तौर पर कहा : मेरी बात ओवैसी से हुई है. उन्होंने वादा किया है कि वह मेरे साथ गठबंधन करेंगे. वह हैदराबाद के ओवैसी, मैं बंगाल का ओवैसी. कबीर ने यह भी कहा था : मैं 10 दिसंबर को कोलकाता आकर अपनी नयी पार्टी की कमेटी बनाना शुरू करूंगा. 22 दिसंबर को पार्टी लॉन्च करूंगा. मेरे लॉन्च कार्यक्रम में दो लाख समर्थक आयेंगे. मेरी नयी पार्टी बंगाल की सबसे बड़ी गेमचेंजर साबित होगी. तृणमूल का मुस्लिम वोट बैंक खत्म हो जायेगा.
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