भीड़ प्रबंधन को लेकर भाजपा नेता के दावों पर पुलिस व तृणमूल का पलटवार
संवाददाता, कोलकातासियालदह के पास संतोष मित्रा स्क्वायर में दुर्गा पूजा को लेकर भाजपा नेता सजल घोष द्वारा लगाये गये आरोपों को कोलकाता पुलिस ने सिरे से खारिज कर दिया है. पुलिस ने स्पष्ट कहा कि लोगों की सुरक्षा के मामले में किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जायेगा.सजल घोष ने आरोप लगाया था कि पूजा समिति को बार-बार नोटिस दिये जा रहे हैं, ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग मांगी जा रही है और पंडाल दर्शन के लिए लगभग 700 मीटर लंबी कतार को तीन किलोमीटर तक खींच दिया गया है. उन्होंने दावा किया कि ऐसे हालात में समिति को दशमी से पहले ही प्रतिमा विसर्जन करना पड़ सकता है. इन आरोपों पर पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा ने कहा, “भीड़ प्रबंधन हमारी प्राथमिकता है. अगर भीड़ एक जगह ठहरती है तो पीछे से दबाव बढ़ने पर दुर्घटना हो सकती है. हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि सभी श्रद्धालु सुरक्षित रहें.” भाजपा नेता के उस आरोप को भी पुलिस ने नकारा, जिसमें कहा गया था कि पुलिस ने अस्पताल से एंबुलेंस और व्हीलचेयर मांगी. डीसी (सेंट्रल) इंदिरा मुखर्जी ने स्पष्ट किया कि कोलकाता पुलिस की ‘कर्मा एंबुलेंस’ मोचीपाड़ा थाने के सामने तैनात की गयी है, ताकि जरूरत पड़ने पर मरीज को तुरंत मेडिकल कॉलेज भेजा जा सके. साथ ही, व्हीलचेयर की संख्या भी बढ़ा दी गयी है. उधर, इस विवाद में तृणमूल कांग्रेस भी कूद पड़ी. पार्टी के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने कहा कि पुलिस वही कर रही है जो सुरक्षा के लिहाज से जरूरी है. तृणमूल सोशल मीडिया सेल के इंचार्ज देबांग्शु भट्टाचार्य ने कहा, “अगर कोई दुर्घटना होती, तो भाजपा नेता ही दुष्प्रचार करते. पुलिस ने समय रहते उचित कदम उठाये हैं.”
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