संवाददाता, कोलकाता
रामनवमी की शोभायात्रा पर मुस्लिम संप्रदाय के लोगों ने पुष्प वर्षा की. शोभायात्रा के दोनों तरफ से ही फूल बरसाये जा रहे थे. अपने हाथों से मुस्लिम संप्रदाय के लोगों ने जुलूस में शामिल हिंदुओं को मिठाई भी खिलायी. गले मिल कर सांप्रदायिक सौहार्द्र की मिसाल पेश की गयी. रामनवमी पर यह दृश्य मालदा में देखने को मिला. लोगों ने कहा कि बंट कर नहीं, साथ मिल कर रहना चाहते हैं. यह संदेश मणि राय से लेकर मोहम्मद आसिफ हुसैन तक ने दिया. रामनवमी पर जिले में कई शोभायात्रा निकाली गयी थी. बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती भी गयी थी. मोथाबाड़ी में हाल ही में हुई घटना के बाद प्रशासन सतर्क था. लेकिन यहां का दृश्य बिल्कुल अलग था. राम के जुलूस में रहीम घुल-मिल गये. विभिन्न मुस्लिम संगठन के लोगों ने सड़क पर गर्मी को देखते हुए शरबत व पानी की बोतल दी. मुंह भी मीठा कराया. गले भी मिले. दोनों ही समुदाय के लोग रामनवमी उत्सव में शामिल हुए. मुस्लिम संगठन के एक नेता मोहम्मद आसिफ हुसैन ने कहा कि स्वागत करने के लिए यह आयोजन किया गया था. उनका कहना था कि हिंदू-मुसलमान भाई-भाई हैं.
वहीं नुरुल इस्लाम ने कहा कि यह बंगाल है, मालदा है. हम भारत को फिर से बंटने नहीं देंगे. हम सभी एक हैं. एक साथ ही रहेंगे. किरण हुसैन ने कहा कि धर्म अपना-अपना है. लेकिन उत्सव सभी का है. देश में शांति रहे, इसलिए शांति का पैगाम दिया गया.
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