आरोप. मुख्यमंत्री ने कहा : केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर पश्चिम बंगाल की छवि को धूमिल कर रहे गृह मंत्री
संवाददाता, कोलकातामुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को नेताजी इंडोर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान देश के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर हमला बोला और गृह मंत्री पर केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. बुधवार को वक्फ कानून को लेकर इमाम व मुस्लिम समुदाय के विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को नियंत्रण में रखने का अनुरोध किया और उन पर अपने राजनीतिक एजेंडे के लिए देश को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया. ममता बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री पर तीखा हमला करते हुए उन पर केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने और बंगाल की छवि खराब करने के लिए दुष्प्रचार का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘उनके पास बंगाल को बदनाम करने के लिए बहुत सारा पैसा और विशाल प्रचार तंत्र है. इनमें से अधिकांश को अमित शाह द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है. मैंने पहले कभी उनका नाम नहीं लिया, लेकिन अब गृह मंत्री कालीदास की तरह व्यवहार कर दिये हैं, जिस डाल पर बैठे हैं, उसी को काट रहे हैं, तो हमें बोलने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.’ ममता बनर्जी ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री से अमित शाह पर नजर रखने का अनुरोध करूंगी. वह अपने राजनीतिक हितों की पूर्ति के लिए देश को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे हैं. वह (अमित शाह) इतनी जल्दी में क्यों हैं? वह कभी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे और मोदी जी के जाने के बाद वह क्या करेंगे? प्रधानमंत्री को देखना चाहिए कि उनके गृह मंत्री किस तरह केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं. मोदी जी को उन पर नियंत्रण रखना चाहिए.”यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ पर भी किया कटाक्ष :
कार्यक्रम के दौरान ममता बनर्जी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधा, जिन्होंने हाल ही में उन पर धर्मनिरपेक्षता के नाम पर दंगाइयों को खुली छूट देने का आरोप लगाया था. मुख्यमंत्री ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘योगी ऐसे बोलते हैं जैसे वह कोई संत हों, लेकिन वह सबसे बड़े भोगी हैं. महाकुंभ भगदड़ में कितने लोग मारे गये? उत्तर प्रदेश में कितनी मुठभेड़ हुई? वह शांतिपूर्ण रैलियां भी नहीं करने देते. यहां बंगाल में लोग आजादी का आनंद लेते हैं.’मालदा में हुई हिंसा को लेकर कांग्रेस की भूमिका पर उठाये सवाल
ममता बनर्जी ने स्पष्ट किया कि प्रभावित क्षेत्र धुलियान और शमशेरगंज मालदा दक्षिण लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं, जहां से वर्तमान में कांग्रेस सांसद ईशा खान चौधरी हैं. उन्होंने सवाल किया, ‘कांग्रेस को उन इलाकों में अधिक सक्रिय होना चाहिए था. अगर हिंसा के पीछे तृणमूल कांग्रेस का हाथ है, तो हमारे तीन विधायकों के घरों पर हमला क्यों किया गया? हमारे पार्टी कार्यालय में तोड़फोड़ क्यों की गयी?’ ममता बनर्जी ने धार्मिक नेताओं को सलाह दी कि वे वक्फ कानून संशोधनों के बारे में अपनी चिंताओं को सीधे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से साझा करें. मुख्यमंत्री ने दावा किया कि रामनवमी के दौरान हिंसा भड़काने के भाजपा के कथित प्रयास विफल हो गये. उन्होंने कहा कि आप लोगों ने मिलकर रामनवमी पर उनकी (भाजपा की) साजिशों को नाकाम कर दिया. सतर्क रहें.मैं यह भी कहना चाहूंगी कि हर समुदाय में गद्दार हैं. अगर भाजपा हिंदू-मुस्लिम के नाम पर लोगों को भड़काने की कोशिश करती है, तो आपको उठ खड़ा होना चाहिए. इमाम साहब को भी इसमें भूमिका निभानी चाहिए. हम शांति चाहते हैं. जब तक हम यहां हैं, हम किसी को भी हिंदू और मुसलमानों को बांटने की इजाजत नहीं देंगे.”
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