केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने राज्य सरकार पर साधा निशाना
संवाददाता, कोलकाताराज्य में नीट-यूजी (मेडिकल और डेंटल) काउंसलिंग एवं प्रवेश प्रक्रिया को अनिश्चितकाल के लिए रोक दिया गया है. सोमवार देर रात पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य शिक्षा निदेशालय ने नोटिस जारी कर बताया है कि अगले आदेश तक डब्ल्यूबी नीट यूजी मेडिकल व डेंटल काउंसलिंग तथा प्रवेश प्रक्रिया स्थगित रहेगी. हालांकि, नोटिस में काउंसिलिंग स्थगन का कोई कारण नहीं दर्शाया गया है.
राज्य सरकार के फैसले पर केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री और पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कड़ा हमला बोला है. श्री मजूमदार ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर राज्य सरकार की ओर से जारी अधिसूचना साझा करते हुए लिखा कि ‘अति आवश्यक सूचना’ के नाम पर बिना कोई ठोस कारण बताये काउंसलिंग और एडमिशन प्रक्रिया रोक दी गयी है. उन्होंने कहा कि राज्य के मेडिकल छात्रों का भविष्य अंधेरे में धकेल दिया गया है. उन्होंने सवाल उठाया कि जब प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी, तो इसे अचानक क्यों रोका गया. क्या यह किसी विशेष समूह को आरक्षण के नाम पर अनुचित लाभ देने का प्रयास है? राज्य सरकार के डायरेक्टर ऑफ मेडिकल एजुकेशन की अधिसूचना में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल नीट-यूजी मेडिकल और डेंटल 2025 काउंसिलिंग/एडमिशन प्रक्रिया को अगले आदेश तक स्थगित किया जाता है. हालांकि, इसके पीछे कोई कारण स्पष्ट नहीं किया गया. सूत्रों के अनुसार, यह फैसला ओबीसी प्रमाणपत्र से जुड़े विवाद के कारण लिया गया है, जिसकी सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में जारी है. इसी विवाद की वजह से पश्चिम बंगाल संयुक्त प्रवेश परीक्षा (डब्ल्यूबीजेइइ) के परिणाम भी रुके हुए हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

