आज भी देश की सेना की सेवा को तैयार
प्रतिनिधि, हुगली
कारगिल युद्ध में शामिल रहे भारतीय सेना के पूर्व सैनिक उमापद गुईन ने ””””””””ऑपरेशन सिंदूर”””””””” में भारतीय वायुसेना की निर्णायक कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा है कि आज का भारत पहले से कहीं अधिक ताकतवर है और यदि आमने-सामने युद्ध हुआ तो पाकिस्तान चार दिन भी नहीं टिक पायेगा. उनके अनुसार, भारत को पाकिस्तान का नामोनिशान मिटाने में अधिक समय नहीं लगेगा.
उमापद गुईन हावड़ा-बर्दवान डिवीजन के बैंची स्टेशन रोड के निवासी हैं. उम्र अब 62 वर्ष है, लेकिन आज भी देश के लिए जान देने का जज्बा वैसा ही है जैसा 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान था. सेना में 21 वर्षों तक सेवा दे चुके उमापद गुईन उस युद्ध में कारगिल में तैनात थे. वह भारतीय सेना के वाहन चालक के रूप में सेना के जवानों और हथियारों को पहाड़ी रास्तों से युद्धभूमि तक पहुंचाते थे. उन्होंने टाइगर हिल से पाकिस्तान की ओर से हो रही गोलाबारी को अपनी आंखों से देखा और बताया कि कैसे भारतीय सैनिकों ने उसका मुंहतोड़ जवाब दिया. आज भी उन्हें याद है—टाइगर हिल की चट्टानों पर लिखे वीर शहीदों के नाम.
वह कहते हैं, “अगर आज भी देश मुझे बुलाये, तो मैं तैयार हूं, लेकिन अब की भारतीय सेना पहले से कहीं ज्यादा शक्तिशाली है. देश को हमारी जरूरत शायद न हो, फिर भी हम सदा तत्पर हैं. उन्हें देश सेवा के लिए कई बार सम्मानित किया जा चुका है.
उमापद गुईन ने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों परमाणु संपन्न देश हैं, लेकिन आज के दौर में परमाणु हथियार युद्ध का विकल्प नहीं. यदि पारंपरिक युद्ध हुआ तो पाकिस्तान टिक नहीं पायेगा. देश के हर नागरिक का कर्तव्य है कि वह भारत के साथ खड़ा रहे. कारगिल युद्ध के इस योद्धा की देशभक्ति आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा है.
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