कार्रवाई. ट्रांजिट रिमांड पर कोलकाता लाये गये आरोपी, कई दस्तावेज व उपकरण जब्त
संवाददाता, कोलकाता विधाननगर साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने इंवेस्टमेंट करने पर मोटी रकम आय का झांसा देकर साइबर धोखाधड़ी करने के दो अलग-अलग मामलों में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से कई दस्तावेज, मोबाइल डिवाइस, सिम, चेक बुक और स्टांप जब्त किये गये. चारों को गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर कोलकाता लाया गया.आरोपियों के नाम रवानी विशाल पुरुषोत्तम भाई (35), लुनगरिया मेहुलभाई उर्फ भानुभाई (35), चौहान उदय कुमार भरतभाई (38) और आशीष कांतिलाल पटेल (47) हैं. इनमें रवानी और लुनगरिया सूरत के सरथाना थाना क्षेत्र के और चौहान व आशीष अहमदाबाद के कांकरिया और नरोदा के निवासी हैं. विधाननगर साइबर क्राइम थाने की टीम ने गुजरात के अहमदाबाद और सूरत में छापेमारी की और चारों को गिरफ्तार किया.
पुलिस के मुताबिक, दो बड़े इंवेस्टमेंट फ्रॉड मामले की शिकायत दर्ज हुई थी. एक छह मई, 2024 को और दूसरा गत 27 अगस्त 2025 को दर्ज हुई थी. दोनों मामलों की जांच करते हुए पुलिस ने आरोपियों को दबोचा. पुलिस का कहना है कि दोनों ही मामलों में जालसाजों ने इंवेस्टमेंट करने पर मोटी रकम रिटर्न का झांसा देकर लोगों से ठगी की गयी. ठगी के रुपये निकालने के लिए अलग-अलग बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करते थे. इनके पास कई सारे अकाउंट थे, जिस पर ठगी के रुपये ट्रांसफर किये जाते थे और ये लोग उन पैसों को निकालते थे. पुलिस गिरफ्तार चारों से पूछताछ कर रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

