महालया पर दिखे कुछ अलग अंदाज में कोलकाता. महालया पर भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष को घाट पर तर्पण करते हुए भी देखा जाता था. लेकिन इस बार महालया पर दिलीप घोष बिल्कुल नये अंदाज में दिखे. महालया की सुबह काशवन में बंगाली पोशाक में उन्हें देखा गया. बंगाल भाजपा 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले जनसंपर्क के लिए नयी रणनीति पर काम कर रही है. इस बार न केवल राज्य में बल्कि अन्य राज्यों में रहनेवाले बंगाली मतदाताओं तक अपनी पहुंच बना रही है. इस दौरान संवाददाताओं से बातचीत करते हुए दिलीप घोष ने कहा कि बंगाल के बाहर भी बहुत सारे बंगाली समुदाय के लोग काम या अन्य कारणों से दूसरे राज्यों में रहते हैं. इनमें कई भाजपा के समर्थक भी हैं. अगले चुनावों को ध्यान में रखते हुए उनके साथ भी एक मज़बूत संबंध स्थापित करना लक्ष्य है. घोष ने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल के राजनीतिक हालात में बदलाव के लिए हर बंगाली मतदाता का समर्थन जरूरी है, इसलिए हम चाहते हैं कि दूसरे राज्यों में रहने वाले बंगाली भी इस बदलाव का हिस्सा बनें. उनका कहना था कि कई तो ऐसे हैं, जो किसी राजनीतिक दल से जुड़े नहीं होते हैं. उन्हें भाजपा की ओर आकर्षित करने का प्रयास किया जायेगा. उन्होंने उम्मीद जतायी कि इस जनसंपर्क के जरिये पार्टी का संगठनात्मक आधार और मजबूत होगा. राजनीति में घोष को सक्रिय करने को लेकर कुछ संकेत मिले हैं. उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है या नहीं, इस बारे में फिलहाल कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गयी है.
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