कोलकाता. मछुआ इलाके में स्थित रितुराज होटल में मंगलवार रात को लगी अग्निकांड की घटना में होटल के विभिन्न फ्लोर में फंसे लोगों को वहां से सुरक्षित बाहर निकालने में इलाके के लोगों के सराहनीय कदम के कारण कई लोगों की जान बच सकी. इन्हीं स्थानीय लोगों में से एक हैं इलाके में स्ट्रीट होटल में चलाने वाले संदीप मंडल. अग्निकांड की इस भयावह घटना की बात करते हुए आज भी उनका मन सहम उठ रहा है. संदीप ने कहा कि वह रोजाना की तरह फुटपाथ पर बने होटल में काम कर रहे थे. अचानक कुछ लोग दौड़ते हुए आये और आग लगने की बात कहने लगे. वे इधर, उधर से लोगों को मदद के लिए वहां आगे आने के लिए कह रहे थे. यह सुनकर संदीप दौड़ कर दुकान के पास स्थित रितुराज होटल में पहुंचे. उस समय कोई दूसरी मंजिल तो कोई तीसरी मंजिल पर तो कोई चौथी मंजिल पर खड़ा होकर कहां खिड़की से तो कहीं कॉर्निस से जान बचाने के लिए मदद मांग रहा था. संदीप ने कहा कि मुझे कुछ समझ में नहीं आया कि क्या कहूं. तुरंत पास के एक दुकान से लकड़ी की सीढ़ी लाकर वहां एक दीवार से सीढ़ी को लगाकर ऊपर चढ़ा. इसी बीच उसके एक मित्र ने कहीं से लाकर उसे रस्सी दिया. रस्सी की मदद से किसी तरह से तीसरी मंजिल पर फंसे लगभग आठ लोगों को उन्होंने सुरक्षित नीचे उतारा.
इसी बीच दमकल कर्मी भी वहां पहुंच गये. जिसके बाद हाइड्रोलिक लैडार की मदद से चौथी मंजिल के साथ छत पर फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला.
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