कोलकाता पुलिस की जांच में हुआ खुलासा
मुजफ्फरपुर. कोलकाता पुलिस की जांच में मुजफ्फरपुर नगर निगम के नाम से जारी एक फर्जी डेथ सर्टिफिकेट का खुलासा हुआ है. मृतक का नाम मो असलम शहजाद है, जिनकी बेटी ने पासपोर्ट आवेदन के दौरान यह सर्टिफिकेट प्रस्तुत किया था. कंप्यूटराइज्ड युग में हाथ से लिखा डेथ सर्टिफिकेट देखकर कोलकाता पुलिस को शंका हुई. इसके बाद कोलकाता पुलिस ने मुजफ्फरपुर नगर निगम को सर्टिफिकेट की छायाप्रति भेज इसकी पूरी जांच रिपोर्ट मांगी, जिसमें सर्टिफिकेट फर्जी निकला है. सर्टिफिकेट 08 जून, 2024 की तिथि में जारी है. मृतक का नाम मो असलम शहजाद है. उनकी पुत्री सीमा शाहिद ने पासपोर्ट बनवाने के लिए कोलकाता में अप्लाई किया है. इसी दौरान अपने पिता की मृत्यु का फर्जी सर्टिफिकेट लगाया है. कोलकाता पुलिस ने नगर निगम से पूछा है कि असलम शहजाद के नाम जो मृत्यु सर्टिफिकेट जारी है. क्या वह सही है. दो से तीन दिनों के भीतर पूरी रिपोर्ट नगर निगम की तरफ से कोलकाता पुलिस को भेज दी जायेगी. इधर, इस पूरे प्रकरण से नगर निगम में एक बार फिर हड़कंप मच गया है. बता दें कि पूर्व में भी जन्म व मृत्यु सर्टिफिकेट में फर्जीवाड़े की शिकायत मुजफ्फरपुर नगर निगम को मिल चुकी है.मुजफ्फरपुर नगर निगम की भूमिका पर सवाल
इस घटना ने मुजफ्फरपुर नगर निगम की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. अब सवाल उठ रहा है कि क्या मुजफ्फरपुर नगर निगम के कोई कर्मचारी ही यह फर्जी सर्टिफिकेट जारी किया है या फिर सक्रिय सिंडिकेट के सदस्यों ने मोटी रकम लेकर फर्जी तरीके से सर्टिफिकेट निर्गत कर दिया है. कोलकाता की व्यक्ति का मुजफ्फरपुर नगर निगम से डेथ सर्टिफिकेट जारी होने पर भी बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है.पासपोर्ट आवेदन में हुआ फर्जीवाड़े का इस्तेमाल
मो असलम की बेटी ने पासपोर्ट आवेदन के दौरान मुजफ्फरपुर नगर निगम द्वारा जारी डेथ सर्टिफिकेट प्रस्तुत किया था. पासपोर्ट अधिकारियों को सर्टिफिकेट पर संदेह हुआ और उन्होंने कोलकाता पुलिस को सूचित किया. पुलिस ने जांच शुरू की और पाया कि सर्टिफिकेट फर्जी था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

