दबिश. सोनारपुर थाने की पुलिस ने गुरुवार देर रात की छापेमारी, मिली कामयाबी
फिंगरप्रिंट मशीन, वेब कैमरा-प्रिंटर समेत कई फर्जी आधार बरामद
कोलकाता.एसआइआर प्रक्रिया के बीच दक्षिण 24 परगना के सोनारपुर में फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले एक रैकेट का पर्दाफाश हुआ है. सोनारपुर थाने की पुलिस ने गुरुवार देर रात घासियारा इलाके के एक किराये के मकान से आरोपी युवक को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार युवक की पहचान कल्पदेव मंडल के रूप में हुई है. पुलिस के अनुसार, गुप्त सूचना के आधार पर की गयी छापेमारी में आरोपी के कमरे से फिंगरप्रिंट मशीन, वेब कैमरा, स्कैन कैमरा, लैपटॉप, प्रिंटर और कई फर्जी नामों वाले आधार कार्ड बरामद किए गये. उपकरणों और दस्तावेजों की बरामदगी से स्पष्ट है कि यह गोरखधंधा लंबे समय से चल रहा था. जांचकर्ताओं का प्राथमिक अनुमान है कि कल्पदेव इस गिरोह का मुख्य संचालक है. उस पर अन्य राज्यों के लोगों की पहचान से जुड़ी जानकारी का दुरुपयोग करने का भी आरोप है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, उसके पास बिहार और उत्तर प्रदेश के निवासियों के नाम-पते का डेटा भी मिला है. आरोपी का पैतृक घर गोसाबा के कुमिरमाड़ी में है और वह सोनारपुर के घासियारा में किराये के कमरे में रहकर इस धंधे को अंजाम दे रहा था. पुलिस पहले से ही फर्जी आधार कार्ड तैयार होने की शिकायतों के आधार पर उसकी गतिविधियों की निगरानी कर रही थी. कमरे से मिले सामान ने उसके ऊपर संदेह और पुख्ता कर दिया. अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इस नेटवर्क में और कौन लोग शामिल हैं, क्या कल्पदेव किसी बड़े आपराधिक गिरोह से जुड़ा हुआ था या अकेले इस काम को संचालित कर रहा था. अधिकारी कहते हैं कि मामले की विस्तृत जांच की जायेगी. फर्जी दस्तावेजों का स्रोत, डेटा कैसे जुटाया गया और इन्हें किन उद्देश्यों के लिए तैयार किया जा रहा था, इसकी पूरी पड़ताल होगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

