कोलकाता/भुवनेश्वर. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लिखे एक पत्र में ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने दीघा में नवनिर्मित मंदिर के लिए ‘जगन्नाथ धाम’ शब्द का इस्तेमाल न करने का आग्रह किया. उन्होंने पुरी में मूल श्री जगन्नाथ धाम से जुड़ी गहरी सांस्कृतिक और धार्मिक संवेदनशीलता का हवाला दिया. श्री माझी ने अपने पत्र में कहा है कि यह नाम हिंदू परंपरा के चार धामों में से एक और एक प्रतिष्ठित तीर्थस्थल पुरी से जुड़ा हुआ है. श्री माझी ने पत्र में कहा, “मैं पश्चिम बंगाल सरकार से दीघा में हाल ही में स्थापित मंदिर के संबंध में ‘जगन्नाथ धाम’ नाम के इस्तेमाल पर पुनर्विचार करने और आधिकारिक नामकरण, संचार और प्रचार सामग्री में इसका इस्तेमाल न करने का अनुरोध करता हूं.” पुरी की धार्मिक विरासत की पवित्रता पर जोर देते हुए श्री माझी ने कहा है कि किसी अन्य स्थल के लिए इस शब्द का इस्तेमाल करना श्री जगन्नाथ धाम की अनूठी सांस्कृतिक पहचान को कमजोर करता है और लाखों भक्तों की भावनाओं को ठेस पहुंचाता है. ओडिशा के मुख्यमंत्री ने आगे उम्मीद जतायी कि पश्चिम बंगाल इस चिंता को दूर करके अंतरराज्यीय सम्मान और सांस्कृतिक संवेदनशीलता का प्रदर्शन करेगा.
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