कोलकाता. बंगाल की राजनीति में अचानक एक दिलचस्प सियासी बयान सामने आया है. अब डेबरा के तृणमूल कांग्रेस विधायक और पूर्व आइपीएस अधिकारी हुमायूं कबीर ने एआइएमआइएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की खुलकर प्रशंसा करते हुए कहा कि ओवैसी की राजनीति में एक अलग तरह का आकर्षण और करिश्मा है. यह बयान एक निजी चैनल को दिये उनके विशेष इंटरव्यू में सामने आया है. विवाद तब शुरू हुआ, जब उनसे यह पूछा गया कि क्या भरतपुर के सस्पेंड हुए तृणमूल विधायक हुमायूं कबीर द्वारा नयी पार्टी बनाने की कवायद का मतलब यह है कि बंगाल में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग अब अपनी अलग राजनीतिक मंच की ओर बढ़ रहे हैं. क्या मुस्लिम समर्थित नये दलों के उभरने से राज्य की राजनीति में नया ध्रुवीकरण शुरू होगा. डेबरा विधायक हुमायूं कबीर ने कथित तौर पर जवाब दिया कि देश में मुस्लिम समाज की राजनीतिक इकाइयां पहले भी मौजूद रहीं हैं. उन्होंने कहा कि एक समय मुस्लिम लीग का व्यापक प्रभाव था और आज भी केरल में मुस्लिम लीग मजबूती से मौजूद है. लेकिन स्वतंत्रता के बाद मुस्लिम दल राष्ट्रीय राजनीति में बड़ी उपस्थिति बनाने में सफल नहीं हो सके.
उन्होंने आगे कहा कि एआइएमआइएम कुछ राज्यों में अपनी जगह बना रही है और इसका श्रेय खुद असदुद्दीन ओवैसी को जाता है. उन्होंने कहा, “मैंने ओवैसी की कई सभाएं सुनी हैं. वह पूरी तरह लोकतांत्रिक चरित्र वाले नेता हैं. एआइएमआइएम मुस्लिम संगठन जरूर है, लेकिन ओवैसी मजबूत वक्ता हैं और लंबे समय से पार्टी को आगे बढ़ा रहे हैं.
उनके भीतर एक खास करिश्मा है.” बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले एआइएमआइएम अपनी जमीन मजबूत करने में लगी है. मालदा समेत कई इलाकों में पार्टी की सक्रियता बढ़ी है और कई लोगों का एआइएमआइएम में शामिल होने का सिलसिला भी जारी है. इसी बीच एआइएमआइएम नेताओं की भरतपुर के विधायक हुमायूं कबीर के साथ बातचीत होने की जानकारी भी सामने आयी है. विधायक ने भी एआइएमआइएम के साथ संभावित गठबंधन में रुचि दिखायी है.
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