कोलकाता. बिहार विधानसभा चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल की बारी है. बंगाल में अगले साल अप्रैल महीने में विधानसभा चुनाव हो सकता है, पर इस चुनाव से पहले चुनाव आयोग की ओर से राज्य में स्पेशल इन्टेंसिव रिवीजन (एसआइआर) लागू करने की घोषणा कर दी है. ऐसे में एसआइआर के लागू होने से अब संशोधित मतदाता सूची जारी की जायेगी. वैध कागजात के नहीं होने पर लोगों के नाम मतदाता सूची से कट भी सकते हैं. इस बात को लेकर कुछ लोग भयभीत हैं. ऐसे में कहा जा रहा है कि एसआइआर की वजह से ही कोलकाता नगर निगम (केएमसी) में इन दिनों जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए आवेदन करने वाले लोगों की भीड़ बढ़ रही है. लोग जन्म या मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए निगम का चक्कर लगा रहे है. ऐसे में निगम के स्वास्थ्य विभाग में इन प्रमाण पत्र को प्राप्त करने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है. विशेष कर जन्म प्रमाण पत्र के लिए भीड़ उमड़ रही है. निगम में दलालों का बोलबाला : निगम के स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से उक्त प्रमाण पत्र के लिए निगम में भीड़ उमड़ रही है. इसके लिए ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग की जाती है, पर ऐसे भी कुछ लोग हैं, जिनके पास स्मार्ट फोन नहीं है. ऐसे लोग स्लॉट बुकिंग कराने या उक्त प्रमाण पत्र के लिए निगम का चक्कर लगाते हैं. साथ पूरी प्रक्रिया के ऑनलाइन होने से प्रमाण पत्र को जारी होने में एक महीना लग जाता है. ऐसे में लोग कम समय में प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए इन दलालों के चंगुल में फंसते हैं. आरोप है कि दलाल प्रमाण पत्र के लिए 5000 से 10 हजार रुपये तक ले लेते हैं.
भयभीत न हों, किसी भी योग्य मतदाता का नाम नहीं कटेगा
शुक्रवार को कोलकाता नगर निगम में आयोजित टॉक टू मेयर कार्यक्रम में इस संबंध में मेयर से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि एसआइआर के नाम से लोग भयभीत हैं. इस वजह से इन दिनों विशेषकर जन्म प्रमाण पत्र के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है. उन्होंने कहा कि बर्थ सर्टिफिकेट के लिए हाल के दिनों में निगम में भीड़ बढ़ी है. मेयर ने कहा कि लोगों को लगता है कि उनका मताधिकार रद्द हो सकता है, इसलिए जन्म प्रमाण पत्र प्राप्त करना चाह रहे हैं. उन्होंने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि जब तक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हैं, तब तक किसी नागरिक का मताधिकार रद्द नहीं होगा. उन्होंने कहा कि एसआइआर के नाम पर भाजपा लोगों को डरा रही है.दुर्गापूजा से लेकर छठ तक 17 दिनों की थी सरकारी छुट्टी
निगम के स्वास्थ्य विभाग के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी आर सेनगुप्ता ने बताया कि दुर्गापूजा से लेकर छठ तक निगम में 17 दिनों की सरकारी छुट्टी थी. इस वजह से जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं हो सके थे, जिसके लिए अब भीड़ हो रही है. उन्होंने बताया कि अब ऑनलाइन जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया जाता है. इसके लिए स्लॉट बुकिंग करानी पड़ती है. बुकिंग के निर्धारित दिन उन्हें निगम मुख्यालय बुलाया जाता है. प्रतिदिन 150 लोगों को ही बुकिंग दी जाती है. इतने ही लोगों की हियरिंग भी प्रतिदिन होती है और प्रतिदिन 150 जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किये जाते हैं.उन्होंने कहा कि प्रतिदिन पासपोर्ट विभाग से भी जन्म प्रमाण पत्र की जांच के लिए 100 से अधिक सर्टिफिकेट निगम को प्राप्त होते हैं.
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