चुनाव आयोग को पत्र लिखकर की कार्रवाई की मांग
संवाददाता, कोलकाता
बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले प्रशासनिक अधिकारियों की निष्पक्षता को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है. विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस और प्रशासन के बीच सांठगांठ के गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को पत्र लिखा है.
शुभेंदु अधिकारी ने अपने पत्र में पूर्व बर्दवान में आयोजित ‘खेला होबे’ दिवस कार्यक्रम का उल्लेख किया. उनका आरोप है कि इस समारोह के मंच पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक (एसपी) तृणमूल नेताओं के साथ मौजूद थे. मंच पर पार्टी का झंडा और चुनाव-चिह्न लगे थे, जिसे उन्होंने आचार संहिता का सीधा उल्लंघन और अधिकारियों के राजनीतिक झुकाव का स्पष्ट उदाहरण बताया. शुभेंदु ने लिखा है कि ऐसे वरिष्ठ अफसरों की मौजूदगी चुनाव की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल खड़े करती है. उन्होंने चुनाव आयोग से तत्काल हस्तक्षेप कर इस अनियमित व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग की.
उन्होंने अपने ट्वीट में भी चुनाव आयोग और राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को टैग करते हुए कहा कि निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने के लिए राजनीतिक रूप से प्रभावित अधिकारियों को तुरंत हटाना बेहद जरूरी हो गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

