लगभग एक लाख युवा हुए हैं उत्तीर्ण कोलकाता. राज्य संयुक्त प्रवेश परीक्षाओं में इस वर्ष लगभग एक लाख युवा सफल हुए हैं. नर्सिंग और पैरामेडिकल की विभिन्न परीक्षाओं में उत्तीर्ण ये सभी अभ्यर्थी इस समय परामर्श प्रक्रिया से गुजर रहे हैं, जिसके बाद उन्हें राज्य की अलग-अलग नर्सिंग और पैरामेडिकल संस्थाओं में दाखिला मिलेगा. बड़ी संख्या में युवाओं की सफलता को राज्य सरकार ने महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया है. मुख्यमंत्री ने सफल अभ्यर्थियों को शुभकामनाएं दीं. मुख्यमंत्री ने कहा कि करीब एक लाख युवाओं ने नर्सिंग और पैरामेडिकल की संयुक्त प्रवेश परीक्षाओं में सफलता हासिल की है, जो राज्य के भविष्य के लिए उत्साहजनक संकेत है. उन्होंने कहा कि इन युवाओं की मेहनत, उनके शिक्षकों के मार्गदर्शन और अभिभावकों के सहयोग की वजह से यह परिणाम संभव हुआ है. मुख्यमंत्री ने सभी को अपनी ओर से बधाई और शुभकामनाएं दीं. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि एएनएम और जीएनएम जैसे प्रशिक्षित पेशों में शामिल होने वाले ये युवा आने वाले दिनों में राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत बनायेंगे. उनके अनुसार नर्सिंग और पैरामेडिकल के क्षेत्र में प्रशिक्षित मानव संसाधन का बढ़ना सीधे तौर पर मरीजों की सेवा, अस्पतालों की क्षमता और स्वास्थ्य ढांचे में सुधार लाता है. उन्होंने कहा कि यह सफलता आने वाले वर्षों में राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को अधिक दक्ष और सक्षम बनायेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि पेशागत शिक्षा, रोजगार के अवसर और स्वास्थ्य व्यवस्था का विकास एक-दूसरे के पूरक हैं. राज्य सरकार लगातार इस दिशा में काम कर रही है, ताकि अधिक से अधिक युवा पेशागत शिक्षा प्राप्त कर रोजगार से जुड़ सकें और साथ ही राज्य के चिकित्सा ढांचे में भी सुधार हो. उनके अनुसार नर्सिंग और पैरामेडिकल के क्षेत्र में योग्य युवाओं की बढ़ती संख्या से हजारों परिवारों को रोजगार मिलेगा और राज्य की स्वास्थ्य सेवाएं भी मजबूत होंगी. मुख्यमंत्री ने सफल युवाओं से अपील की कि वे सेवा भावना और जिम्मेदारी के साथ अपने पेशे में आगे बढ़ें, क्योंकि स्वास्थ्य सेवा से जुड़े सभी पेशों में मानवता और समर्पण सबसे महत्वपूर्ण है. उन्होंने भरोसा जताया कि ये युवा भविष्य में राज्य के स्वास्थ्य ढांचे को नयी दिशा देंगे.
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