कोलकाता.
भारतीय निर्वाचन आयोग ने सोमवार को पश्चिम बंगाल सहित देश के 12 राज्याें में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) लागू करने की घोषणा कर दी. भाजपा ने निर्वाचन आयोग के इस कदम का स्वागत किया है और इसे अवैध मतदाताओं को बाहर निकालने के लिए एक आवश्यक कदम बताया. इस संबंध में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य में मतदाता सूची संशोधन प्रक्रिया यानी विशेष गहन पुनरीक्षण केवल नाम-चयन की प्रक्रिया नहीं है, बल्कि वास्तव में यह लोकतंत्र की रीढ़ की रक्षा की लड़ाई है. श्री भट्टाचार्य ने तृणमूल कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए इसी प्रक्रिया को विकृत करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि राज्य के सीमावर्ती जिलों उत्तर और दक्षिण 24 परगना, मुर्शिदाबाद, मालदा, उत्तर दिनाजपुर में मतदाता सूची में फर्जी नाम शामिल करने की कोशिश की जा रही है. साजिश के तहत बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के नाम मतदाता सूची में शामिल किये गये हैं. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि राज्य की सत्ताधारी पार्टी जान-बूझकर असली भारतीय नागरिकों, खासकर हिंदू शरणार्थियों और आम मतदाताओं के नाम सूची से बाहर करने की कोशिश कर रही है, ताकि तृणमूल का फर्जी वोट बैंक बचा रहे. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि भाजपा ने इस साजिश के खिलाफ स्पष्ट रुख अपनाया है. इस धरती पर जन्मे एक नागरिक, जिसकी पहचान भारतीय है, उनका मताधिकार नहीं छीना जा सकता. अब कोई भी घुसपैठिया इस देश के लोकतंत्र में प्रवेश नहीं कर पायेगा. उन्होंने प्रशासन और चुनाव आयोग से मांग की है कि एसआइआर प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शी और डिजिटल बनाया जाये. हर आवेदन, नाम की कटौती और आपत्ति को डिजिटल रूप से दर्ज किया जाये और उसका सत्यापन किया जाये. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि प्रत्येक भारतीय नागरिक के मताधिकार की रक्षा करना हमारा संवैधानिक कर्तव्य है. हम मतदाता सूची को फर्जी नामों से मुक्त करने, लोकतंत्र की रक्षा करने और बंगाल को फर्जी वोटों के जाल से मुक्त करने के लिए घर-घर जायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

