भाजपा नेता अमित मालवीय ने राज्य में कानून- व्यवस्था पर उठाये सवाल
विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने राज्यपाल व केंद्रीय गृह मंत्री से हस्तक्षेप करने की उठायी मांग कोलकाता. मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ कानून के विरोध में बड़े पैमाने पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया. इस घटना ने राज्य में कानून-व्यवस्था को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं. घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय जनता पार्टी के आइटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी अब राज्य के बड़े हिस्सों पर अपना नियंत्रण खो चुकी हैं और केवल वोट बैंक की राजनीति के लिए गिड़गिड़ाने तक सीमित रह गयी हैं. उन्होंने दावा किया कि अवैध घुसपैठ और जनसंख्या में असामान्य बदलाव के कारण कई इलाके प्रशासन की पहुंच से बाहर हो गए हैं. अमित मालवीय ने मंगलवार को एक ट्वीट में लिखा कि पश्चिम बंगाल फिर से जल रहा है. वक्फ कानून के विरोध में मुर्शिदाबाद में मुस्लिम भीड़ सड़कों पर उतर आयी है. ममता बनर्जी ने बंगाल के बड़े हिस्से पर नियंत्रण खो दिया है, जहां अब प्रशासन भी नहीं पहुंच सकता. इसका कारण अवैध घुसपैठ और अस्वाभाविक जनसांख्यिकीय बदलाव है. अब ममता सिर्फ उनके वोट के लिए गिड़गिड़ा रही हैं. 2026 में उन्हें जाना ही होगा!विपक्ष के नेता ने केंद्रीय सुरक्षा बल तैनात करने की मांग की
विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित किये जाने और राष्ट्रपति की स्वीकृति मिलने के बाद हाल ही में पारित वक्फ (संशोधन) अधिनियम अब देश का कानून बन गया है. फिर भी, एक बार फिर, 2019/2020 में सीएए विरोधी प्रदर्शनों की तरह, जहां ट्रेनों पर पत्थरों से हमला किया गया था और मुर्शिदाबाद जिले में तथाकथित प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशन परिसरों में आग लगा दी थी. इस बार भी एक विशेष समुदाय के प्रदर्शनकारियों ने मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुर में सड़कों पर उतरकर पुलिस की गाड़ियों में आग लगा दी है. विपक्ष के नेता ने कहा कि बंगाल में एक बार फिर ऐसी ही हिंसक घटना सामने आई है, जहां ये असामाजिक तत्व सड़कों पर उतर आए हैं, सरकारी और सार्वजनिक संपत्तियों को जला रहे हैं और विरोध के नाम पर अराजकता फैला रहे हैं. श्री अधिकारी ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार और प्रशासन यहां कानून-व्यवस्था बनाये रखने में विफल हो रहे हैं, क्योंकि वे सत्ताधारी पार्टी के वोट बैंक की रक्षा के लिए जानबूझकर आंखें मूंद रखी है. उन्होंने मुख्य सचिव और मुर्शिदाबाद के डीएम से केंद्रीय बल की तैनाती के लिए माननीय राज्यपाल और गृह मंत्रालय से सहायता मांगने के लिए कहा है, क्याेंकि राज्य पुलिस इस तरह की अराजकता से निपटने में असमर्थ है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है