कोलकाता.
राज्य में क्या जय श्रीराम कहना अपराध माना जा रहा है? क्या रात आठ बजे के बाद महिलाओं का बाहर निकलना अपराध है? भाजपा नेता अग्निमित्रा पाॅल ने यह सवाल उठाया. शनिवार को जारी एक बयान में उन्होंने लिखा : क्या हिंदू परंपरा के अनुसार हमारे त्योहार और धार्मिक अनुष्ठान मनाना, अब अपराध हो गया है? क्या किसी विशेष समुदाय को खुश करने के लिए इस राज्य के हिंदू समाज से उनके विश्वास और सांस्कृतिक पहचान को स्वतंत्र रूप से व्यक्त करने का अधिकार छीन लिया जा रहा है? अग्निमित्रा पाॅल ने आरोप लगाया कि कालीपूजा विसर्जन शोभायात्रा के दौरान पुलिस ने संगठन के सदस्यों को जय श्रीराम का नारा लगाने पर पीटा. अग्निमित्रा पॉल ने सवाल किया : क्या यह न्याय है? क्या पुलिस अब केवल किसी विशेष समुदाय की सेवा करने का औजार बन चुकी है? क्या बंगाल के हिंदुओं को उनके धर्म का स्वतंत्र रूप से पालन करने के संवैधानिक अधिकार से वंचित किया जा रहा है?भाजपा नेता ने स्पष्ट कहा कि जय श्रीराम कहना या सुनना कोई अपराध नहीं, बल्कि यह हमारे गौरव, विश्वास और पहचान का प्रतीक है. कोई भी सरकार भय, बल प्रयोग या अधिकारों के हनन के जरिये हिंदू समाज को दबा नहीं सकती. हम प्रत्येक हिंदू की धार्मिक स्वतंत्रता, गरिमा और अधिकारों की रक्षा के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे. जय श्री राम!
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