हल्दिया. कोलाघाट थाना क्षेत्र के भोगपुर गांव पंचायत अंतर्गत शेखरपाड़ा में वोटर सूची को लेकर फैली आशंका से कथित भयभीत एक वृद्धा की मौत हो गयी. कमसिन बीबी (83) का नाम 2002 की वोटर सूची में नहीं मिलने पर वह कई दिनों से तनाव और भय में थीं. परिवार के अनुसार, सूची से नाम हटाये जाने की कोई सूचना या स्पष्ट कारण न मिलने से उनका मानसिक तनाव लगातार बढ़ता गया और वह गहरे सदमे में चली गयीं. पिछले कई दिनों से वह डर, चिंता और अनिद्रा से जूझ रही थीं. खाना-पीना तक कम कर दिया था. इसी तनाव के बीच उनके बेटे शेख नासिरुद्दीन का नाम भी सूची में न मिलने से परिवार की चिंता और बढ़ गयी. गुरुवार की रात लगभग 10.30 बजे वृद्धा को अचानक सीने में तेज दर्द हुआ. परिवार ने बताया कि डर और मानसिक दबाव के कारण उनका दिल बेहद कमजोर हो गया था. कुछ ही मिनटों में उन्हें दिल का दौरा पड़ा और घर पर ही उनकी मौत हो गयी.
घटना की खबर फैलते ही पूरे गांव में स्तब्धता और गुस्से का माहौल बन गया. ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की ओर से नाम हटाने का कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया, जिससे इलाके में अनिश्चितता और डर का माहौल है. लोग आशंकित हैं कि ऐसी दहशत कहीं और जान न ले ले. स्थानीय लोगों ने तत्काल जांच और स्पष्ट स्पष्टीकरण की मांग की है. उनका आरोप है कि मतदाता सूची से नाम हटाने की प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है और इससे बुजुर्गों में भारी मानसिक दबाव पैदा हो रहा है.
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