कोलकाता. चार नंवबर से शुरू राज्य में एसआइआर प्रकिया 37 दिनों तक चलने के बाद 11 दिसंबर को खत्म हो गयी. चुनाव आयोग ने कई राज्यों में चल रहे एसआइआर की समय-सीमा बढ़ायी, लेकिन बंगाल में एसआइआर प्रकिया तय समय-सीमा में ही संपन्न हो गयी. राज्य में एसआइआर चलने के दौरान चार बीएलओ की मौत हुई, जबकि कई अस्वस्थ हुए. बीएलओ के एक वर्ग ने कई मांगों को लेकर सीईओ कार्यालय के सामने लगातार अपना प्रदर्शन जारी रखा. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने बीएलओ पर काम का दबाव होने को लेकर आयोग को क्लीन चिट दी थी. मालूम रहे कि 27 अक्तूबर को आयोग ने पश्चिम बंगाल समेत 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एसआइआर शुरू करने का एलान किया था.
इस काम के लिए राज्य में 80,681 बीएलओ नियुक्त किये गये. यह राज्य बीएलओ के संख्या के मामले में 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दूसरे नंबर पर है. पहले नंबर पर उत्तर प्रदेश (1,62,486) है.
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