भारत की जल सीमा लांघने के आरोप में पकड़े गये थे सभी मछुआरे कोलकाता. भारत की जल सीमा लांघने के आरोप में पकड़े गये 19 बांग्लादेशी मछुआरों को अदालत ने उनके देश में पुशबैक करने का आदेश दिया है. सभी मछुआरों ने अलीपुर कोर्ट में अपना दोष कबूल किया. इसके बाद अदालत ने उन्हें दोषी ठहराते हुए जल्द से जल्द बांग्लादेश भेजने का आदेश दिया. अलीपुर कोर्ट के न्यायाधीश अर्णब मुखोपाध्याय ने आदेश दिया कि दक्षिण 24 परगना जिला और पुलिस प्रशासन सभी जरूरी कानूनी प्रक्रिया पूरी कर 20 दिसंबर तक रिपोर्ट पेश करें. ये सभी 19 मछुआरे करीब 67 दिनों से न्यायिक हिरासत में थे. अदालत ने साफ कहा कि पुशबैक की पूरी व्यवस्था जिला प्रशासन करेगा. घटना 14 सितंबर की है. उसी दिन 19 बांग्लादेशी मछुआरे ट्रॉलर के साथ भारतीय जल सीमा में घुस आये थे. गश्त लगा रहे बीएसएफ के जवानों ने उन्हें मौके पर ही पकड़ लिया. उनके खिलाफ अवैध रूप से प्रवेश और चोरी के मामले दर्ज किये गये. पुलिस ने ट्रॉलर, मछली पकड़ने के उपकरण और लगभग 400 किलोग्राम मछली भी जब्त की. जांच पूरी कर पुलिस ने अलीपुर कोर्ट में सभी 19 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी. इस मामले में छह लोगों को गवाह बनाया गया था. मुकदमे की सुनवाई शुरू होने से पहले आरोपियों के वकीलों ने अदालत से कहा कि खराब मौसम के कारण ट्रॉलर भटक गया और मछुआरे गलती से भारतीय जल सीमा में आ गये. इसके बाद सभी मछुआरों ने अदालत में अपना दोष स्वीकार कर लिया. अदालत के आदेश के बाद अब जिला प्रशासन बांग्लादेशी अधिकारियों से संपर्क कर पुशबैक की प्रक्रिया आगे बढ़ायेगा. हकीमपुर: सैकड़ों बांग्लादेशी वापसी का कर रहे इंतजार बशीरहाट. पश्चिम बंगाल में एसआइआर को लेकर आतंक के बीच ही अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी बंगाल छोड़ कर वापस बांग्लादेश जा रहे हैं. इस बीच उत्तर 24 परगना के हकीमपुर के जरिये बांग्लादेशियों के बांग्लादेश लौटने के मामले सामने आये हैं. हाल के दिनों में करीब दो हजार लोग बांग्लादेश लौट चुके हैं. गुरुवार की सुबह उक्त सीमांत इलाके में उत्तेजना देखी गयी. स्थानीय लोगों ने यह आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया कि कुछ लोग गलत प्रचार कर रहे हैं कि यहां रोहिंग्या रहते हैं. इस आरोप के खिलाफ लोगों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान कई पत्रकारों पर हमले भी किये गये. गुरुवार की सुबह भी करीब 200 बांग्लादेशी हाकीमपुर सीमा पर बांग्लादेश वापसी के लिए इंतजार करते देखे गये. हल्दिया: एसआइआर फॉर्म वितरण को लेकर तनाव हल्दिया. भगवानपुर ब्लॉक-एक में एसआइआर फॉर्म वितरण के दौरान राजनीतिक तनाव बढ़ गया है. तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि उनके दो बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) को भाजपा समर्थित ग्राम पंचायत सदस्य के नेतृत्व में पार्टी कार्यालय में ले जाकर बुरी तरह पीटा गया. तृणमूल के अनुसार, जलिबार गांव में बूथस्तर अधिकारी के साथ फॉर्म बांटते समय पवित्र कुमार साहू और देबब्रत माइति पर हमला किया गया. दोनों घायल हुए, जिनमें से साहू को गंभीर हालत में तमलुक अस्पताल रेफर करना पड़ा. पार्टी का आरोप है कि भाजपा समर्थक फॉर्म वितरण रोक कर इलाके में भय का माहौल बनाना चाहते हैं. भाजपा ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए इसे तृणमूल का झूठा और राजनीतिक रूप से प्रेरित दावा बताया है.
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