कोलकाता
. त्रिपुरा के चर्चित चिटफंड घोटाले में सीबीआइ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कोलकाता से एक निजी कंपनी के निदेशक पार्थ समाद्दार को गिरफ्तार किया है. समाद्दार पर हिमांगिनी इंफ्राकॉन इंडिया लिमिटेड नामक चिटफंड कंपनी के माध्यम से निवेशकों के साथ 25 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है. यह गिरफ्तारी अगरतला की विशेष सीबीआइ अदालत द्वारा 22 जुलाई को जारी किये गये गैर-जमानती वारंट के बाद की गयी है, क्योंकि आरोपी सुनवाई के दौरान लगातार अनुपस्थित रह रहा था. सीबीआइ ने यह मामला 14 मार्च 2023 को दर्ज किया था. जांच में पता चला कि कंपनी ने आकर्षक रिटर्न का लालच देकर निवेशकों से करीब 25 लाख रुपये जमा करवाये. लेकिन, तय समय सीमा पूरी होने पर न तो निवेशकों का पैसा वापस किया गया और न ही कोई लाभांश दिया गया. सीबीआइ ने 28 सितंबर 2024 को इस मामले में पार्थ समाद्दार के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. गिरफ्तारी के बाद उसे कोलकाता की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड पर अगरतला भेजा गया है ताकि विशेष सीबीआइ अदालत में पेश किया जा सके. सीबीआइ सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में कंपनी के अन्य पदाधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

